आबकारी विभाग की नाकामी पर, 19 गांव करेंगे महापंचायत
महासमुंद। आबकारी विभाग की सुस्ती और लापरवाही के चलते जहां महासमुंद जिले के 19 गांव अवैध शराब के खिलाफ लामबंद होकर महापंचायत करने वाले हैं। वहीं आबकारी विभाग हमेशा की तरह मदमस्त होकर स्यांभू खुद को ईमानदार विभाग बताने में लगा है। सैकड़ों शिकायत के बाद भी जब कार्रवाई नहीं हुई तो गांव के ग्रामीणों को अपने आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए खुद मैदान में उतना पड़ रहा है। आम जनता की गाड़ी कमाई के टैक्स से वेतन पाने वाले सुस्त अधिकारी कमचारियों के खिलाफ आखिर क्या कार्रवाई की जा सकती। शायद कुछ भी नहीं।
गौरतलब है कि महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लॉक के गांव में इन दिनों अवैध शराब धडल्ले से बिक रही है। जिसकी शिकायत ग्रामीण लगातार आबकारी विभाग से करते रहे हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति कर हमेशा से शिकायतों को रफा दफा कर आबकारी विभाग मदमस्त ही रहा है। आबकारी विभाग की सुस्ती और लापरवाही के चलते अब तक कई घर अवैध शराब पी कर बर्बाद हो चुके हैं। खास कर देश की रीड की हड्डी कहा जाने वाला युवा पीढ़ी आज नशे के गिरफ्त में हैं।
जानकारी मुताबिक 19 गांव के ग्रामीण मिलकर 16 दिसम्बर को सुबह 10 बजे अवैध शराब की रोकथाम के लिए रणनीति तय करने महापंचायत करने वाली है।
महापंचायत में शामिल होने वाले 19 गांव
गोडबहाल, राजाडेरा, मुढ़ीपार, अर्जुनी, जम्हर, खुसरूपाली, बड़गांव, कोकोभाठा, छिबर्रा, कोचर्रा, भिठीडिह, चरौदा, गबौद, अमगांव, ढेबी, ढेबा, देवगांव, लोरीदखार, अकलतरा शामिल है।