करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के खिलाफ़ ग्रामीणों का 330 वां दिन अखण्ड हड़ताल
महासमुंद/तुमगांव।विश्व धरोहर सिरपुर बचाने, हाईवे स्थिति खैरझिटी, कौंवाझर, मालिडीह के कृषि भूमि,गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से क्षेत्र के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह के 330वें दिन लगभग 35 किसान,जवान और महिला किसानों ने भाग लिया।अखण्ड सत्याग्रह का नेतृत्व किसान नेता तोषण सिन्हा,नंदलाल पटेल, कुमार बरिहा,चमरूराम यादव, छबिराम वर्मा,खिलावन यादव,धर्मेंद्र यादव,परस यादव ने किया।आज अखण्ड धरना सत्याग्रह के 330 वें दिन 15 दिसम्बर 2022 को महासमुन्द विश्राम गृह में मुख्यमंत्री जी से किसान मोर्चा के सत्याग्रही किसान प्रतिनिधि मंडल ने 702 पेज का प्रमाणित दस्तावेज के साथ मांग पत्र सौंपकर चर्चा के दौरान जिलाधीश महासमुन्द के बारे में शिकायत की गई कि समय देने के बाद भी किसानों से मिलते ही नहीं हैं।सत्याग्रही किसानों की बात सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने जिलाधीश महासमुन्द को आदेश दिया कि किसानों के साथ बैठकर बिंदुवार चर्चा कर समस्या का संवैधानिक हल निकालें। उसी आदेश के मुताबिक आज 19 जानवरी 2023 को पुलिस कंट्रोल रूम महासमुन्द में समन्वय बैठक प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई।
समन्वय बैठक में किसान मोर्चा की ओर से किसान नेता अशोक कश्यप, नंदकिशोर यादव,चैनुराम साहू, उदयराम चंद्राकर,नंदलाल सिन्हा, तारेंद्र यादव,हेमसागर पटेल,दशरथ सिन्हा,बिषरू सिन्हा,डेविड चंद्राकर, डोमार सिँह ध्रुव, श्रीमती राधबाई सिन्हा,डिगेश्वरी चंद्राकर,श्यामबाई ध्रुव ।वहीं प्रशासन की ओर से एडीएम महासमुन्द,एएसपी महासमुन्द,एसडीएम,तहसीलदार महासमुन्द,नायब तहसीलदार पटेवा, एसडीओपी महासमुन्द,थाना प्रभारी तुमगांव।कंपनी प्रबंधन की ओर से निर्णय चौधरी,प्रशांत खेतान थे।आज सत्याग्रही किसान प्रतिनिधियों के साथ त्रिपक्षीय दोपहर 12.30 बजे हुई।जिसमें किसानों ने पूर्व में वार्ता लिए गए निर्णय जिसमें सीमांकन एवं निर्माण कार्य की जांच 15 दिन में करने का निर्णय लिया था उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाए। जिस पर जिलाधीश प्रशासन महासमुन्द पीछे हटे और वार्ता असफल रही। वार्ता असफल होने के बाद अखंड सत्याग्रह पहुँचें।सत्याग्रह स्थल पर किसान मोर्चा ने नेताओं ने अपना आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि करणी कृपा स्टील एवं पॉवर प्लांट के प्रबंधन द्वारा शुरू से किसान प्रतिनिधियों को गलत जानकारी देते रहे हैं। सत्याग्रह में उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुए किसान नेता उदय चंद्राकर ने कहा कि आज के समन्वय बैठक में पूर्व के बैठक में लिए गए निर्णय जिसमें सीमांकन एवं निर्माण कार्य की जांच 15 दिन में करना था।जिस पर महासमुन्द जिलाधीश प्रशासन सीमांकन और जांच से पीछे हटे इसलिए वार्ता असफल रही।अपने आपको किसान हितैषी कहने वाले भूपेश सरकार उद्योगपति की गोद में बैठी हुई है। 21 जनवरी को किसानों के सत्याग्रह स्थल में बैठक होगी।छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा ने माननीय उच्च न्यायालय जाने के अपना फैसला को दोहराया है।हम लोगों का आंदोलन 12 वें माह में पहुँचा आंदोलन जारी रहेगा।नंदकिशोर यादव,नाथूराम सिन्हा,रामचंद्र यादव, श्रीमती ललीता साहू,हीरा बाई यादव, मोहन बाई धीवर, सुकवारो साहू आदि ने भी संबोधित किया।