महासुमंद। कभी वैक्सिनेशन को लेकर प्रदेश में अव्वल रहने वाला महासमुंद जिला, अब दूसरे डोज के वैक्सिनेशन में पिछड़ते हुए नजर आ रहा है। क्योंकि जिले में पिछले 2 सप्ताह से वैक्सीन की कमी है। जिले में कोविशिल्ड का टीका समाप्त हो चुका है।केवल गिनती के लोगों को ही को-वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। इससे जिले के सभी वैक्सिनेशन सेंटर प्रभावित हुए है, केवल जिला अस्पताल और पांचों ब्लॉक के सीएचसी में ही टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। बता दें कि अब तक जिले में 2 लाख, 31 हजार 682 लोगों को एंटी कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड की पहली डोज लगाई गई है। वहीं 28 हजार 131 लोगों को दूसरे डोज का टीका लगाया गया है। जिले के अधिकतर लाभार्थियों को कोविशिल्ड की वैक्सीन लगाई गई है, ऐसे में दूसरे डोज का टीका भी कोविशिल्ड ही लगाई जाएगी लेकिन वर्तमान समय में जिले में कोविशिल्ड की वैक्सीन की नहीं है। इसके कारण समयावधि पूरा होने के बाद भी लोगों को दूसरा डोज नहीं लगाई जा रही है। इसके कारण कई लोग वैक्सीनेशन सेंटर जाकर बिना टीका लगवाए ही वापस लौट रहे है। टीका नहीं लगने के पीछे कारण राज्य से वैक्सीन नहीं मिलना है। महासमुंद सीएमएचओ डॉक्टर एनके मंडपे ने बताया कि जिले में कोविशिल्ड वैक्सीन की जरूरत है, इसे देखते हुए राज्य को मांग पत्र प्रेषित किया गया है। इसमें 1 सप्ताह के लिए 46 हजार 500 कोविशिल्ड वैक्सीन की डिमांड की गई है। अभी फिलहाल जिले के 6 सेंटरों में को-वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा रहा है। गौरतलब है कि जिले में को-वैक्सीन की डोज खत्म हुए करीब 2 सप्ताह बीतने को है, ऐसे में वैक्सीन की खेप अब तक नहीं मिलना स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। क्योंकि 1 मई से जिले में वैक्सिनेशन के अगले चरण में 18 वर्ष से अधिक वर्ग के लोगों का टीकाकरण का कार्य शुरू किया जाएगा। हालांकि इस संबंध में अभी विभाग को गाइड लाइन नहीं मिली है लेकिन यह स्पष्ट है कि वैक्सीन मिलने से हो रही देरी के कारण जिले में होने वाला आगामी टीकाकरण पिछड़ने वाला है।
With Product You Purchase
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.
Related Articles
Check Also
Close