बच्चों के भविष्य को लेकर पालक परेशान, एक जुलाई से करेंगे आंदोलन
बच्चों के भविष्य को लेकर पालक परेशान, एक जुलाई से करेंगे आंदोलन
महासमुन्द। सरयापाली ब्लॉक का एक ऐसा गांव पतेरापाली जहां के ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिन्तीत नजर आ रहे है। सालों से स्कूल और शिक्षकों की मांग को लेकर कलेक्टर दफ्तर और जिला शिक्षा विभाग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं लेकिन प्रशासन इस मामले पर कोई फैसला नहीं ले सकी है। थक हार कर ग्रामीणों ने एक जुलाई से आंदोलन करने का फैसला कर लिया है। इस गांव में मीडिल स्कूल तो है लेकिन प्राथमिक शाला नहीं है। तीन किलो मीटर दूर छोटे-छोटे बच्चों के लिए प्राथमिक शाला शासन-प्रशासन ने खोल रखा है, यह कहां तक न्याय संग है यह सोचने का विषय है। स्थानीय विधायक तो इस गांव के ग्रामीणों से मिलना तक नहीं चाहते हैं। 30 बच्चों के भविष्य के साथ पिछले एक साल से खिलवाड़ हो रहा है आखिर कौन जिम्मेदार है?
गौरतलब है कि सरायपाली ब्लॉक के पतेरापाली का जहां पिछले एक साल से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्राथमिक शाला की मांग को लेकर ग्रामीण कलेक्टर के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए इस ग्राम के ग्रामीणों को दो चार होना पड़ रहा है। पतेरापाली में एक अनुदान अनुदान प्राप्त प्राथमिक शाला चला जा रहा था। जहां ना तो पर्याप्त मात्रा में शिक्षक थे और ना ही छात्र-छात्राओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था। वह भी स्कूल अब बंद हो गया है। प्रशासन की तकनीकी खामियां देखिएं यहां मीडिल स्कूल तो खोल दिया गया है लेकिन प्राथमिक शाला नहीं खोला गया है। जब प्राथमिक शाला नहीं होगा तो मीडिल स्कूल में बच्चे पहुंचेंगे कैसे। सरायापील ब्लॉक के बीओ ने अब तक यहां प्राथमिक स्कूल खोले जाने की आश्यकता है इस बात की जानकारी अधिकृत रूप से लिखित में अब तक जिला शिक्षा अधिकारी को नहीं दिया है। पालक ने मीडिया को जानकारी दी है कि पतेरापाली से तीन किलो मीटर दूर समदरहा गांव में प्राथमिक शाला है वह भी जंगल के रास्ते होकर वहां पहुंचना पड़ता है। ऐेसी परिस्थिती में क्या कोई अपने बच्चों को पढ़ा सकता है।
जिला शिक्षा अधिकारी सौरिन चंद्रसेन से जब मामले में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि वह अभी कुछ माह पूर्व ही जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर पदस्त हुई है पूर्व में क्या हुआ है उन्हें उनकी जानकारी नहीं। कलेक्टर को पालकों ने प्राथमिक स्कूल की मांग करते हुए ज्ञापन दिया है। मैं मामले में संज्ञान लेकर तत्काल उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराती हूं। मीडिल स्कूल होने और प्राथमिक स्कूल नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा तो नहीं होना चाहिए। बहरहाल मामला संज्ञान में आया है तो वर्तमान में पतेरापाली में ही प्राथमिक शाला और शिक्षकों की व्यवस्था कर बच्चों की पढ़ाई जारी रखी जायेगी। स्कूल खोलना, भवन बनाना यह हमारे हक में नहीं है। उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी भेजे कर उनके निर्देश का इंतजार करेंगे। जैसे ही स्वीकृति मिलेगी कार्य चालू कर दिया जायेगा।