महासमुंद टाइम्स

24 घंटे के आंदोलन के बाद मिली, कार्रवाई का आश्वासन, पुलिस नहीं करेगी एफ आई आर दर्ज ,

सतनामी समाज ने बदली रणनीति न्याय के लिए खटखटाएंगे न्यायलय का दरवाजा

 

महासमुंद। आबकारी विभाग के अमानवीय रवैए की वजह से एक युवक के जान जाने से आक्रोशित सतनामी समाज पिछले 24 घंटे से जिला अस्पताल के पोस्ट मॉर्डम कक्ष के सामने आबकारी अधिकारीयों पर कार्रवाई की मांग को लेकर डाटा रहा। 24 घंटे के टाल मटोल के बाद आखिर कर प्रशासन को दोषी लोगों 4 लोगों निलंबन की कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ तब कहीं जा कर मृतक हेमसागर महिलाने के शव को चीर घर से उठाया गया है। हालांकि सतनामी समाज के लोगों ने पुलिस को एफ आई आर करने की बात कही गई लेकिन पुलिस ने अपराध दर्ज करने से साफ मना कर दिया है। जिसके सतनामी समाज के  संगठन ने रणनीति बदलते हुए आगामी दिनों न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है।

गौरतलब है कि जिला जेल में आबकारी एक्ट के तहत बंद बंदी सरायपाली के बिछिया निवासी हेमसागर महिलाने की मौत का मामला सामने आया था। बंदी हेमसागर के बेहोश होने के बाद उसे जेल से जिला अस्पताल लाने के दौरान उसकी मौत होना बताया जा रहा है । शव के पीएम से पहले परिजनों और प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के लोग दोषियों पर एफआईआर की मांग और न्यायिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में पीएम कराने की मांग को लेकर अड़े रहे। उनका आरोप है कि, मृतक के साथ पहले आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने मारपीट की। मृतक के घर में रखे 40 हजार रूपए लूट ले जाने और जेल में मृतक के साथ भी मारपीट का आरोप परिजनों और सतनामी समाज ने आबकारी विभाग के कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी।

जानकारी अनुसार मृतक हेमसागर महिलाने को 7 जून की दरम्यानी रात करीब 1 से 2 बजे महुआ शराब के साथ आबकारी विभाग ने उसके घर से गिरफ्तार किया था। 7 जून की ही शाम जिला जेल में उसे दाखिल किया गया, जिसके बाद कल रात परिजनों को मृतक युवक की मौत की सूचना मिली, बताया गया कि जेल में बेहोश होने के बाद मृतक को जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन और प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के लोग अस्पताल पहुंचकर मरचुरी में जुटे और मारपीट करने वाले दोषियों पर एफआईआर और दंडाधिकारी की मौजूदगी में पीएम कराने की मांग करने लगे। मांग पूरा नहीं होने पर नेशनल हाइवे 353 को जाम करने की चेतावनी दी गई। जिसके बाद कोतवाली की पुलिस और न्यायिक दंडाधिकारी मौके पर पहुंचे। जिला अस्पताल के मर्चुरी पहुंचे कार्यपालिक मजिस्ट्रेट ने पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में शव का जांच के बाद पंचनामा और वीडियो रिकॉर्डिंग कराया गया। पश्चात शव का पोस्टमार्टम शुरू किया गया।   मामले में जहां परिजन आरोप लगा रहे है और आबकारी विभाग व जेल प्रबंधन को दोषी करार दे रहे हैं वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि, जब बंदी को लाया गया था तो उसकी रास्ते मे ही मौत हो चुकी थी, मौत का कारण पीएम के बाद ही स्पष्ट होगा। वहीं जिला जेल महासमुंद के जेलर मुकेश कुशवाहा का कहना है कि, हेमसागर को स्वस्थ्य हालत में जेल दाखिल कराया गया था। जेल दाखिल होने के दिन से ही उसे विड्राल की स्थिति में पाया गया। शराब की अत्यधिक तलब के चलते उसे झटका भी आया। जेलर ने हार्ट अटैक की संभावना जताई है। फिलहाल मृतक के पीएम रिपोर्ट से ही मौत के कारणों का खुलासा होगा।

मर्चुरी में पोस्ट माडम के लिए रखे हेम सागर के शव के मुंह चेहरे पर मारपीट के निशान साफ नजर आ रहे हैं। चेहरे पर और आंख के निचे मारपीट से चोट के निशान साफ साफ देखें जा सकते हैं। कल सुबह से सतनामी समाज के लोग आज सुबह तक जिला अस्पताल में डेट हुए है और आबकारी विभाग के कर्मचारियों को निलम्बित कर एफ आई आर करने की मांग कर रहे है लेकिन अब तक शासन प्रशासन ने आबकारी विभाग के अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

आज 12 जून की सुबह से ही छतीसगढ़ सतनामी समाज के सदस्य मर्चुरी में पहुंचे और जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगा शव को लेने से मना कर दिया था। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आई और आश्वासन के बाद मामला बहारहाल सुलट गया है।

Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!