जेल अभिरक्षा में हुई मौत की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने और मृतक की पत्नि को मुआवजा देने की मांग को लेकर सतनाम समाज ने सौंपा ज्ञापन
महासमुंद – जेल अभिरक्षा में विचाराधीन कैदी हेमसागर महिलाने की मौत की दंडाधिकारी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने व मृतक के पत्नि को मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज महासमुंद के पदाधिकारी अपर कलेक्टर से मिलकर मांग किया।
दंडाधिकारी जांच कर्ता महासमुंद एसडीएम को परिजनों व जो आबकारी थाना व साथ में जेल में रहने वाले गवाहो के द्वारा लिखित रूप से दिए ब्यान व शपथ पत्र के अनुसार बताया गया है कि बिछिया निवासी हेमसागर महिलाने को सरायपाली वृत के आबकारी कर्मचारीयों द्वारा 7 व 8 जुन की दरमियानी रात को घर से उठाकर मारपीट व नगद राशि की लुटमार किया गया था। आबकारी कार्यालय में भी बहुत मारपीट किया गया। तथा आनन फानन में जेल दाखिल कराया गया। जहां जेल प्रशासन द्वारा सही समय पर इलाज नहीं कराया गया। जिसके कारण हेमसागर महिलाने दर्द से तड़पते रहा और जो जेल में साथ साथियों के दौरान जेल प्रहरीयो को बताने पर नजरंदाज कर दिया। जब हाथ पैर अकड़ गया तब उसे उठाकर लें जाया गया। जिला अस्पताल के डाक्टर द्वारा भी एक पत्रकार को दिए इंटरव्यू में जेल में आने से पहले मौत होने की बात कही गई है।फिर जिला प्रशासन द्वारा जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए एक माह निर्धारित करने के बावजूद तीन माह के बाद सार्वजनिक नहीं करना आरोपियों को बचाया जाने की चाल है।
इस प्रकार पुरा साक्ष्य के आबकारी अधिकारी व जेल प्रशासन जिम्मेदार है। इसलिए सहायक जेलर व आबकारी अधिकारी को बर्खास्त किया जाए।
यदि 15 दिवस के भीतर उचित कार्यवाही नहीं किया जाता है तो समाज आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की स्वयं की रहेगी आवेदन सौंपने वालों में चित्रकुमार भारती ब्लॉक अध्यक्ष यूथ तेजराम चौलिक जिला सचिव यूथ, नेमलाल मिरी ग्राम इकाई अध्यक्ष,महेंद्र सूर्यवंशी ब्लॉक सह सचिव, राजकुमार कुर्रे,खूबचंद भारती ग्राम इकाई अध्यक्ष, शिव मन्नाडे, सोमनाथ टोंडेकर जिला मीडिया प्रभारी उपस्थित रहे।