निः संतान दंपत्तियों के लिए वरदान होगा जिले का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी हॉस्पिटल आदित्य

महासमुंद। जिले की निः संतान दंपतियों के लिए आदित्य हॉस्पिटल में शुरू हुआ टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर। आदित्य हॉस्पिटल के डायरेक्टर ज्योति कालीकोटी और एचडी कालीकोटी ने जिले में बड़ रहे निः संतान दंपतियों की संख्या को देखते हुए अपने अस्पताल में यह यूनिट की शुरू की है। डॉक्टरों ने प्रेस वार्ता में बताया है कि आज की भागम भाग जीवन के चलते हैं दंपतियों में मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है, साथ ही कैरियर को लेकर युवा वर्ग में बड़ी उम्र में शादी का प्रचलन निकल पड़ा है। लिहाजा सही समय में शादी और मानसिक रूप से तनावग्रस्त होने की वजह से शरीर में कई प्रकार के विकार उत्पन्न हो रहे हैं। इन्हीं विकारों के वजह से महिलाओं में बांझपन बढ़ता चला जा रहा है, और पुरूषों में संतान पैदा करने की शक्तियां कम हो रही है। बढ़ते बांझपन को देखते हुए आदित्य हॉस्पिटल में यह शुरुआत की है। जिले का यह टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर पहला अस्पताल है। इस अस्पताल के खुलने से महासमुंद जिले के निःसंतान दंपत्तियों को राजधानी सहित अन्य बड़े शहरों के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे, लिहाजा अब महासमुंद में ही टेस्ट ट्यूब बेबी के माध्यम से ही निसंतान दंपत्ति की गोद हरी हो सकेगी।
डॉक्टरों का कहना है कि टेस्ट ट्यूब बेबी से संतान पाने की जो प्रतिशत है वह मात्र 30% है, लेकिन सही समय पर सही उम्र में अगर दंपत्ति अपना इलाज शुरू करते हैं, तो संतान पाने की इच्छा टेस्ट ट्यूब के माध्यम से पूरी हो सकती है। डॉक्टरों ने यह भी कहा है कि समय रहते जो दंपत्ति इलाज के लिए पहुंच जाते हैं, वह कम समय में ही संतान पाने योग्य हो जाते हैं।जितना ईलाज देर से शुरू होता है उतना ही संतान पाने की पॉसिबिलिटी जो है वह कम हो जाती है। डाक्टरों का कहना है कि टेस्ट ट्यूब बेबी के लिए कम से कम डेढ़ लाख खर्च होता है।