23 से प्रदेश के आंगनबाड़ी होंगे बंद, राजधानी में होगा महापड़ाव
महासमंद। कल 23 जनवरी से प्रदेश भर के 46660 आंगनबाड़ी और 6548 मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रो मे लटकेंगे ताले। पूरे प्रदेश भर से लगभग डेढ़ लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका राजधानी रायपुर के सड़क पर उग्र आंदोलन करने की तैयारी कर ली गई है। प्रदेश भर के 33 जिलों जशपूर, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया एमसीबी एवं सुकमा, दन्तेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर जिले से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रायपुर पंहुच रही है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा अपने चुनावी वायदे में सरकार आने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर मानदेय की बात याद करते हुए कहा कि चार वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा ध्यान नही दिया गया। जिस वजह से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में निराशा और आक्रोश व्याप्त है। जिस वजह से रायपुर राजधानी मे पांच दीन का महापड़ाव करने का निर्णय लिया गया है।
संयुक्त मंच के प्रान्ती पदाधिकारियो के अनुसार इसकी सूचना 30 दिसम्बर 2022 को सरकार को दे दी गई है। उसके बाद भी सरकार ने दिशा में कोई संज्ञान नहीं लिया है। उल्टा राज्य सरकार इस हड़ताल ध्वस्त करने की तैयारी कर रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि रायपुर बुढ़ातालाब मे महिलाओ को शान्तिपूर्ण प्रदर्शन और बैठने के लिये स्वीकृति देने मे भी आना कानी की जा रही है।लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाये इस बात की परवाह किये बगैर रायपुर पहुंचेगे और शान्तिपूर्वक हड़ताल को जारी रखेगे । उक्त जानकारी.संयुक्त मंच के संयोजक मण्डल के सदस्य सर्व श्रीमती पद्मावती साहू, सरिता पाठक, रुक्मणी गुप्ता, हेमा भारती, गजेन्द्र झा के द्वारा संयुक्त रूप से देते हुये प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाओ को अपील किया गया है कि अधिक से अधिक संख्या मे उपस्थित होकर संघर्ष को सफल बनाये।।