राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को खिलायी गयी कृमि नाशक दवा
महासमुंद। महासमुन्द जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर मितानिनों, ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों द्वारा समस्त ऑगनबाड़ी केन्द्रों एवं शासकीय विद्यालयों, शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं, केन्द्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों, निजी स्कूलों, अनुदान प्राप्त निजी स्कूलों, महाविद्यालयों, तकनीकी शिक्षा संस्थानों के माध्यम से आज 01 से 19 वर्षीय बच्चों, किशोर एवं किशोरियों को कृमि नाशक दवा (एलबेन्डाजोल) की गोली खिलायी गई तथा छूटे हुए बच्चों के लिए मॉप-अप दिवस 15 फ़रवरी को आयोजित किया जाएगा। इस दिन छूटे हुए बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाई जाएगी। यह कार्यक्रम आज 10 फरवरी को महासमुन्द जिले के समस्त आंगनबाड़ी और स्कूलों में मनाया गया एवं मॉप अप राऊन्ड दिनांक 15 फरवरी 2024 को होना है। कलेक्टर प्रभात मलिक ने सभी पात्र बच्चों और किशोर बच्चों को कृमि नाशक दवा (एल्बेन्डाजॉल) खिलाने कहा।
आज कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी आत्मानंद स्कूल तुमगांव से शुरू हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अध्यक्ष तुमगांव राकेश चंद्राकर थे। अध्यक्षता उपाध्यक्ष पप्पू पटेल नगर पंचायत तुमगांव ने की। स्कूली बच्चों को कृमिनाशक दवा एलबेन्डाजोल खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि ने बच्चों से साफ़-सफ़ाई पर विशेष ज़ोर दिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी.एन. कुदेशिया ने बताया कि जिले में 332318 बच्चों को एन.डी.डी. कार्यक्रम के तहत दवा खिलाये जाने का लक्ष्य रखा गया है।
उक्त कार्यक्रम समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं शासकीय / शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं / केन्द्रीय विद्यालय/नवोदय विद्यालय / मदरसा / निजी स्कूलों / अनुदान प्राप्त निजी स्कूलों महाविद्यालयों / तकनीकी शिक्षा संस्थान में मनाया जाना है। 01 से 02 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को आधी गोली चम्मच के द्वारा पानी में चुरा करके तथा 02 से 19 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को 01 पूरी गोली चबाकर पानी के साथ दी जावेगी। शाला त्यागी 06 से 19 वर्षीय बालक-बालिकाओं को निकटतम चिन्हांकित ऑगनबाड़ी केन्द्रों में एलबेन्डाजोल की गोली सेवन करायी जावेगी।
एलबेन्डाजोल की गोली बच्चों और बड़ों के लिए सुरक्षित है। बच्चों के शरीर में कृमि के कारण कुछ मामुली प्रतिकुल प्रभाव जैसे जी मिचलना, उल्टी-दस्त, पेट में हल्का दर्द और थकान अनुभव होने की संभावना हो सकती है। अतः टेबलेट को घर ले जाने न दें अपने सामने ही खिलायें। विद्यालय एवं ऑगनबाड़ी केन्द्रों में किसी भी प्रकार का प्रतिकुल घटना होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र एवं 108 पर सम्पर्क कर सेवा ली जा सकती है।