8 सुत्रीय मांगों को लेकर कल आंबा करेंगी प्रदेशव्यापी हड़ताल
महासमुंद। छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में संयुक्त मंच के बैनर तले एक दिवसीय हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है।
गौरतलब है कि महासमुंद के स्थानीय पटवारी कार्यालय के सामने 16 फरवरी को एक दिवसीय हड़ताल अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर रहेंगी। महासमुंद सहित छत्तीसगढ़ के सभी जिले पर प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका हड़ताल पर रहेंगे। 16 फरवरी को स्थानीय पटवारी कार्यालय के सामने सुबह 10 बजे से हड़ताल कर, दोपहर 2 बजे रैली निकाल कर, जिला कलेक्टर को देश के प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपेंगी।आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं द्वारा किए जा रहे एक दिवसीय हड़ताल पर छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ, छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ सहित प्रदेश के सभी 8 संघों द्वारा संयुक्त मंच के बैनर तले यह हड़ताल किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ जुझारु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ के प्रांता उपाध्यक्ष सुधा रात्रे, जिला अध्यक्ष सुलेखा शर्मा और छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के जिला अध्यक्ष द्रोप्ति साहू ने संयुक्त रूप से विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल करेंगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओ के ये मांगे हैं_1. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी और सहायिकाओं को शिक्षा कर्मियों, पंचायत कर्मियों की तरह नीति निर्धारण कर शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावे एवं नर्सरी शिक्षक के पद पर उन्नयन किया जावे।
2. शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने तक श्रम कानून के तहत न्यूनतम पारिश्रमिक आंगनबाडी कार्यकर्ता मिनी कार्यकर्ता को कम से कम प्रतिमाह 21000/- और सहायिका बहनों को कार्यकर्ता के मानदेय 21000/- का 85 प्रतिशत राशि 17850/- स्वीकृत किया जावे।
3. मिनी आंगनबाडी केन्द्रों को निःसर्त पूर्ण आंगनबाठी बनाया जावे। तब एक समान काम का समान वेतन दिया जाये। 4. समाजिक सुरक्षा के रूप में आगनवादी / मिनी आंगनबाडी कार्यकर्ता को 05 लाख ग्रेज्युवेटी और 10000/- मासिक पेंशन इसी तरह से सहायिकाओं को इसका 85 प्रतिशत के अनुपात में रूपये 04 लाख 25 हजार ग्रेज्युवेटी और 08 हजार 05 सो मासिक पेंशन और समूह बीमा का लाभ देने हेतु नीति निर्धारण किया जावे।
5. सुपरवाईजर के रिक्त शत प्रतिशत पदों पर कार्यकर्ता को बिना उम्र बंधन और परीक्षा के सीधे पदोन्नति दिया जाये। इसी तरह कार्यकर्ता के रिक्त शत्त् प्रतिषत पदो पर सहायिकाओं को पदोन्नत किया जाये और इस हेतु विभागीय सेवा भर्ती नियम में आवश्यक संशोधन किया जावे।
6. क्रेश कार्यकर्ताओं को कार्यकर्ता के पद पर समायोजित किया जावे।
7. कार्यकर्ता सहायिकाओं के आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार के एक सदस्य कोअनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान किया जाये।
8. गरम खाना बनाने हेतु प्रत्येक केन्द्र में गैस सिलेण्डर प्रदाय किया जावे और खाली होने पर रिफिलिंग विभाग की ओर से किया जाये।