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आत्मनिर्भर भारत की ओर एक सशक्त कदम

नवाचार की पाठशाला: आत्मनिर्भर भारत की ओर एक सशक्त कदम”

भारत आज दुनिया की सबसे युवा आबादी वाला देश है, और यह युवा ऊर्जा ही हमारी असली ताकत है। तकनीकी युग में, इस ऊर्जा को सही दिशा में मोड़ने के लिए शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव आवश्यक है। इसी सोच के तहत, भारत सरकार ने अटल इनोवेशन मिशन के तहत अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) की स्थापना की है, जो स्कूली शिक्षा में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

ATL: नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति की नींव

“School to Startup” की अवधारणा को साकार करने के लिए, ATL को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस किया गया है। इन प्रयोगशालाओं में छात्र स्मार्ट सेंसर, रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, 3D प्रिंटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) जैसी आधुनिक तकनीकों पर काम कर रहे हैं। इन लैब्स में न केवल तकनीकी कौशल विकसित किए जाते हैं, बल्कि छात्रों को समस्या समाधान (Problem Solving), आलोचनात्मक सोच (Critical Thinking) और रचनात्मकता (Creativity) जैसी क्षमताओं से सशक्त किया जाता है।

ग्रामीण और शहरी बच्चों के लिए समान अवसर

ATL की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह नवाचार और तकनीकी शिक्षा को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में समान रूप से पहुंचा रहा है। ऐसे कई उदाहरण हैं जहाँ छोटे कस्बों और गाँवों के बच्चों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कई छात्रों ने अपनी परियोजनाओं को स्टार्टअप में बदला है, तो कई ने सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए इनोवेटिव मॉडल विकसित किए हैं।

छत्तीसगढ़ में ATL: औद्योगिक विकास की नई दिशा

छत्तीसगढ़ जैसे राज्य, जहाँ औद्योगिकीकरण तेजी से बढ़ रहा है, ATL एक तकनीकी उद्यमिता (Tech Entrepreneurship) को बढ़ावा देने का प्रभावी माध्यम बन सकता है। यहाँ प्रशिक्षित छात्र भविष्य में नवाचार-आधारित स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं, उद्योगों के लिए तकनीकी समाधान विकसित कर सकते हैं, और राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बना सकते हैं।

शिक्षा से आत्मनिर्भरता की ओर

ATL केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर उपलब्ध कराना भी है। इससे आने वाले वर्षों में, यह प्रयोगशालाएँ “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में ठोस योगदान देंगी।

सरकार, शिक्षक, उद्योग और समाज के सहयोग से ATL छात्रों को केवल नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि रोजगार सृजित करने वाला युवा बना रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि ATL भारत की नवाचार क्रांति की आधारशिला रख रहा है, जो भविष्य में भारत को वैश्विक नवाचार हब बनाने में मदद करेगा। “आज के युवा इन प्रयोगशालाओं में सिर्फ आविष्कार नहीं कर रहे, बल्कि भविष्य की एक नई कहानी लिख रहे हैं।”

चंद्रशेखर मिथलेश रीजनल टीचर छत्तीसगढ़ , अटल इन्नोवेशन मिशन नीति आयोग 

 

Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

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