एक सप्ताह के प्रेम ने कातिल बना दिया, प्रेम का जुनून ऐसा कि आधी रात पहुंच गए शमशान
नए प्रेमी संग दिन भर घूमे और रात में दोनों ने पुराने प्रेमी की कर दी हत्या
महासमुंद। नाबालिग प्रेमिका के प्रेम में पागल प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की पहले प्रेमी की बेल्ट से गला घोटकर कर दी थी हत्या। सिटी कोतवाली पुलिस ने 4 दिन बाद सुलझाया इस अंधे कत्ल की गुत्थी। त्रिकोणी प्रेम प्रसंग के चलते युवक और नाबालिग ने मिलकर की थी हत्या। एक सप्ताह पहले ही कातिल का नाबालिग प्रेमिका से शुरू हुआ था प्रेम प्रसंग। मृतक अपनी नाबालिग प्रेमिका से करता था बेपनाह मोहब्बत। लेकिन नाबालिक प्रेमिका को भा गया नया प्रेमी। महासमुंद सिटी कोतवाली थाना क्षैत्र से 3 किलो मीटर दूर के ग्राम बेमचा में 26 जनवरी की सुबह आम बगीचे में एक 22, 23 साल के संतोष सेन नामक युवक की बगीचा के पास लाश मिली थी। सिटी कोतवाली को सूचना मिलने के बाद ने मामले में हत्या का मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया था।
गौरतलब है कि आज पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि 25 और 26 जनवरी की दरमियानी रात को नाबालिग प्रेमिका के साथ मिलकर हत्यारा घना राम यादव ने संतोष सिंह सेन की हत्या कर दी। नाबालिक और हत्यारे घनाराम यादव ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि 1 सप्ताह पूर्व ही नाबालिग प्रेमिका से उसका प्रेम संबंध प्रारंभ हुआ था, 25 जनवरी को दोनों महासमुंद जिले के प्रसिद्ध भीमखोज खल्लारी मंदिर के दर्शन करने गए थे। इसी बीच नाबालिक के पुराने प्रेमी संतोष सेन का प्रेमिका के मोबाइल में फोन आया और दोनों के बीच फोन में ही विवाद होता रहा, दिन भर घना राम यादव और नाबालिग प्रेमिका घूम फिर कर रात को वापस अपने अपने घर चले गए। 25 तारीख की रात्रि 12 के बीच मृतक संतोष सेन अपनी प्रेमिका को आम बगीचा में मिलने बुलाया, और दोनों के बीच त्रिकोणी प्रेम प्रसंग के चलते विवाद हुआ, मृतक तैश में आकर नाबालिक का मोबाइल तोड़ दिया। इसी बीच मृतक ने अपनी नाबालिग प्रेमिका को रात्रि लगभग 12:30 बजे धनाराम यादव पिता रामजी यादव को आम बगीचे में बुलाने कहा। नाबालिग ने मृतक संतोष सेन की बात मान कर अपने नए प्रेमी धानाराम यादव को आम बगीचे में बुला ली। घनाराम यादव रात्रि में ही आम बागीचा पहुंच गया। आम बगीचे में नाबालिक के साथ उसके पुराने प्रेमी और नए प्रेमी के बीच जमकर विवाद हो गया। मामला इतना बड़ा की धनाराम यादव ने प्रेमी अपनी नाबालिग प्रेमिका के साथ मिलकर पुराने प्रेमी संतोष सेन के गले में बेल्ट का फंदा बनाकर गला घोट कर हत्या कर दी और रात को ही दोनों अपने-अपने घर वापस आ गए। 26 जनवरी की सुबह ग्रामीणों ने सिटी कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने 302 का मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया था। इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक ने एसडीओपी मंजू लता बाज और सिटी कोतवाली प्रभारी गरिमा दादर की दी गई। पुलिस के प्रारंभिक पूछताछ में नाबालिग प्रेमिका और प्रेमी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते रहे, लेकिन पुलिस के पूछताछ के दौरान ही उनका हौसला पस्त हुआ और उन्होंने संतोष सेन की हत्या करना कबूल कर लिया। सिटी कोतवाली पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बेल्ट और मोबाइल बरामद कर लिया हैै।
उक्त कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस महासमुन्द मंजू लता बाज के निर्देशन में थाना प्रभारी महासमुन्द प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक गरिमा दादर उनि कपिश्वार पुष्पकार प्रआर.आबिद खान, प्रकाश सिंह ठाकुर, साईमा अंम्बिलकर एवं आरक्षक हेमंत पटेल शमिल थे।