रैली निकाल कर आंगनबाड़ी कायकर्ताओ ने घेरा विधायक निवास
महासमुंद। छत्तीसगढ़ प्रदेश की डेढ़ लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी 6 सुत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। महासमुंद जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने आज हड़ताल के 22 वे दिन स्थानीय विधायक और छत्तीसगढ़ राज्य के संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर को स्थानीय पटवारी कार्यालय से रैली निकाल कर, विधायक निवास पहुंच कर अपनी 6 सुत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव पंचायत एवम स्वस्थ मंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से वादा किया था कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित कर कलेक्ट्रेट दर पर मान देय देने का वादा किया था, लेकिन सरकार के चार साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने अपने किए वादे पूरा नहीं किया है। सरकार के वादा खिलाफी से क्षुब्ध आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने 23 जनवरी से केंद्र बंद कर सड़क की लड़ाई लड़ते हुए, अनिश्चित कालिन हड़ताल पर चले गई हैं।
संयुक्त मंच के बैनर तले अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठी छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका संघ ने आज रैली निकाल कर विधायक निवास का घेराव कर ज्ञापन सौंपा कर अपना विरोध प्रदर्शन किया है।
*आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की सरकार से मांगे हैं।*
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित करने की मांग।
राज्य सरकार द्वारा अपने जन घोषणा पत्र में घोषित नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर वेतन तत्काल दिए जाने की मांग।
आंगनबाड़ी सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर शत प्रतिशत एवं कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद पर शतप्रतिशत पदोन्नति किए जाने एवं विभागीय सेवा भर्ती नियम में संशोधन करने की मांग।
आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को प्राइमरी स्कूलों में प्रायमरी शिक्षक का दर्जा एवं वेतन दिए जाने की मांग।
मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्तों के बराबर समान काम का समान वेतन देने एवं कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर समाहित किए जाने की मांग।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 लाख रुपये एवं सहायिकाओं को 3 लाख रुपये रिटायरमेंट बाद एक मुश्त राशि दिए जाने एवम मासिक पेंशन, ग्रेच्यूटी, व समूह बीमा योजना लागू करने की मांग और अंतिम प्रदेश स्तर में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाय और पोषण ट्रैक और अन्य कार्य के लिये जब तक मोबाईल, नेट चार्ज नहीं दिया जाता, तब तक मोबाईल पर कार्य का दबाव ना बनाने की मांग की गई है।
आज के रैली आंदोलन में प्रांत उपाध्यक्ष सुधा रात्रे, जिला अध्यक्ष सुलेखा शर्मा, द्रोपती साहू, हाजरा खान, सुल्ताना खान, रागिनी चंद्राकर, अहिलिया मरकाम, लल्ली आर्य, बागबाहरा ब्लॉक से ब्लॉक अध्यक्ष सरोज चंद्राकर, उषा चौहान, रवीना साहू, अनंता पाण्डेय, पिथौरा सूशीला ठाकुर, बसना से संतोषी यादव, विभा साहू, सरायपाली से ज्योत्स्ना नन्द, कस्तूरी कर सहित हजारों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका शामिल थी।