भाजपा को मिली शिकस्त, 14 पार्षद होने के बाद भी भाजपा नहीं बचा पाई अपनी कुर्सी
भाजपा से होगा गद्दारों का निष्कासन
महासमुंद। भाजपा ने महासमुंद नगरपालिका की सीट गवाई। भाजपा को मिले 3 मत। नगर पालिका परिषद् महासमुंद की कुर्सी पूर्ण बहुमत के बाद भी अविश्वास प्रस्ताव में हुई भाजपा की बड़ी हार। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े 20 मत, 3 भाजपा को और 6 मत हुए रिजेक्ट। आज सुबह 11बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर नगर पालिका परिषद महासमुंद में निर्वाचन अधिकारी भागवत जयसवाल के समक्ष 29 पार्षदों ने कांग्रेस पार्टी के अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद आज मतदान किया। 30 वार्डों की संख्या वाले नगर पालिका में आज मतदान करने 29 पार्षद 11 बजे नगर पालिका में प्रवेश किया लेकिन एक भाजपा की महिला पार्षद लता यादव वार्ड नं 22की पार्षद नहीं पहुंची। मतदान की प्रकिया संपन्न होने के बाद भाजपा को कांग्रेस ने करारी शिकस्त देते हुए दो तिहाई बहुत 20 वोट प्राप्त कर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष को पद से गिराने में कामयाबी हासिल कर ली है।
गौरतलब है की महासमुंद के विधायक विनोद चंद्राकार की कुशल रणनीति ने कांग्रेसियों को इधर उधर होने नही दिया और कांग्रेस के पार्षद के अलावा भाजपा के भी पार्षदों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करवाने में सफलता हासिल कर। हाई कमान के सामने अपना नम्बर बड़वा लिया है।
मालूम हो की भाजपा के वर्तमान में 14 पार्षद थे जिसमे भाजपा को सिर्फ 3 मत ही हासिल हुए है। भाजपा के अब कितने पार्षद कांग्रेस अब और कांग्रेस प्रवेश करते है कुछ दिनों में यह भी अब साफ हो जाएगा। भाजपा के अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकार को मिले 3 मत से हो इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है की भाजपा के पार्षद अपनी पार्टी के लिए कितने ईमानदार है।
भाजपा की जिला अध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी का कहना है की जिन पार्षदों ने पार्टी के साथ गद्दारी की है उनके निष्कासन की कार्रवाई की जायेगी। श्रीमती चौधारी का यह भी कहना है कि भाजपा की रणनीति में चूक हुई और हम अपनी सीट गवां बैठे।