राजनीति
भाजपा नोटबंदी और कोरोना महामारी के दौरान खामियों पर पाश्चाताप करें -विनोद चंद्राकर
महासमुन्द। कांग्रेस संचार विभाग के प्रदेश प्रवक्ता विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने भाजपा के आपातकाल पर किए गए कार्यक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को नोटबंदी और कोरोना महामारी के दौरान खामियों पर पाश्चाताप करना चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता श्री चंद्राकर ने जारी प्रेस नोट में कहा कि भाजपा के लोगों को आपातकाल की कहानी बताने से पहले नोटबंदी और कोरोना के दौरान आपातकाल की लापरवाही पर जनता को जवाब देना चाहिए। कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकारी ने आननफानन में निर्णय लिए। बड़े शहरों से गाँव और कस्बों की ओर पलायन तभी शुरू हो गया था जब प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 24 मार्च की रात 8 बजे पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था। लॉकडाउन के ऐलान में कहा गया कि यह रात 12 बजे से प्रभावी हो जाएगा। ऐसे में लोगों को खाने-पीने की चीजे और दवाएं लेने के लिए बमुश्किल कुछ घंटों का ही समय मिल पाया। प्रवासी मजदूर काम ठप्प हो जाने और बुनियादी चीजे नहीं मिलने की दिक्कतों से जूझ रहे थे। भूख, बीमारी, ज्यादा पैदल चलने की वजह से और सड़क हादसों में कई मजदूरों की मौत हुई है। सरकार ने महामारी से लड़ने के लिए पश्चिमी देशों की देखादेखी यहां भी अचानक लॉकडाउन को लागू कर दिया। जिसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ा। इसी तरह नोटबंदी के दौरान कई लोगों की जान गई। तब भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली थी और इस मामले में कुछ नहीं बोली। रातों रात नोटबंदी लागू की गई। लोग उस दिन को भूले नहीं है। इसलिए भाजपा को नोटबंदी के दिन को काला दिवस मनाकर देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।