चचेरे भाईयों में खुनी खेल, एक ही वार में उतारा मौत के घाट, घात लगाकर बैठा था हत्यारा चचेरा भाई
महासमुन्द-सिटी कोतावाली थाना क्षेत्र में पिछले 24 घंटे के भीतर ही दो लोगों की हत्या से पूरे शहर की सांस फूल गई है। बिती रात्रि हुई हत्या का मामला शांत ही नहीं हुआ था कि शाम ढलते दूसरी हत्या हो गई। आज शाम लगभग साढ़े 5 बजे सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम बेलसोंढ़ा में एक चचेरे भाई ने अपने भाई की हत्या कर दी है। दोनों के बीच रूपए के लेन देन को लेकर पिछले एक सप्ताह से विवाद चल रहा था। जिसने काम दिया मदद की उसी भाई की हत्या हो गई। हत्यारे का हौसला इतना की हत्या कर मौके से भागा नहीं वहीं पुलिस का इंतजार करता रहा।
गौरतलब है कि आज शाम ग्राम बेलसोंढ़ा के फोकटपारा में एक चचेरे भाई ने अपने चचेरे भाई की दिन दहाड़े वजनी लठ से कनपटी पर वारकर हत्या कर दी है। अम्बो धीवर पिता गयाराम धीवर 45 सालआज शाम अपने मोटर साइकिल से अपने घर फोकटपारा से निकला ही था। घर से लगभग सौ मीटर की दूरी पर उसका चचेरा भाई सुरेन्द्र धीवर पिता खोरबाहरा धीवर 30 साल हत्या के इरादे से जनक किराना स्टोर्स के पास लठ लेकर बैठा था। जैसे अम्बो धीवर जनक किराना स्टोर्स के पास पहुंचा उसे आवाज देकर सुरेन्द्र धीवर ने रोका, जैसे ही अम्बो धीवर अपनी मोटर साइकिल रोक कर अपने वाहन से ऊतर पाता चचेरे भाई सुरेन्द्र धीवर ने अपने पास रखे भारी लठ से उसके कनपटी पर वार कर एक ही वार में अपने सगे चचेरे भाई अम्बो धीवर को मौत के घाट उतार दिया। किराना दुकान के आसपास खड़े ग्रामीण अम्बो धीवर की जान बचा पाते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने सुरेन्द्र धीवर को वहीं दबोच लिया और सिटी कोतवाली को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने हत्यारे सुरेन्द्र धीवर को गिरफ्तार कर लिया है।
मालूम हो कि हत्या के पीछे मामूली विवाद था। कुछ दिन पहले सुरेन्द्र धीवर को रुपए की जरूरत थी। जिस पर उसके चचेरे भाई अम्बो धीवर ने 24 हजार रुपए उधारी में सुरेन्द्र धीवर को दिया था। सुरेन्द्र धीवर ने अम्बो धीवर से वादा किया था कि वह एक दो दिन में वह राशि उसे लौटा देगा लेकिन वह लौटाया नहीं। रूपए वापस लौटने की बात को लेकर अम्बो धीवर ने अपने चचेरे भाई सुरेन्द्र धीवर को तीन दिन पहले डांट फटकार लगाई दी और रुपए जल्दी वापस करने की बात कही था। अम्बो धीवर मृतक आसपास के खदानों में मजदूरों की दलाली करता था। हत्यारा सुरेन्द्र धीवर भी अपने चचेरे भाई के पास ही काम भी करता था। हत्यारे सुरेन्द्र धीवर को अम्बो धीवर द्वारा ही खदानों में काम दिलवाता था। हत्यारे सुरेन्द्र धीवर को अम्बो धीवर चचेरे भाई के दावारा उधार की रकम मांगने के नाम पर डांटना इतना बूरा लगा की वह उसने मन ही मन अम्बो धीवर की हत्या करने की ठान ली और पिछले तीन दिन से अपने दोस्तों को हत्यारा सुरेन्द्र धीवर कहता रहा कि अम्बो धीवर अपने चचेरे भाई को वह जनक किराना दुकान के पहले ही मार देगा। आज शाम साढ़े 5 बजे बदले की आग में धधक रहे सुरेन्द्र ने अपने चचेरे भाई अम्बो धीवर की हत्या कर दी। पुलिस ने अम्बो धीवर के हत्या के आरोप में सुरेन्द्र धीवर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ भादवि की धारा 302 का मामला दर्ज कर आरोपी से पूछताछ कर रही है।