वेब सिरिज देकर बनाया अमानत में खयानत का प्लान
महासमुन्द। शातिर चोर ने अपने दोस्तों के साथ देखी वेब सिरिज और बनाया अमानत में खयानत करने का प्लान, लाखों रुपए की एल्यूमिनियम से भरी ट्रक को लेकर भागा पुणे, पुलिस और मालिक की आंखों में धुल झोंकने ट्रक में लगे जीपीएस और फासटेग निकाला। आरोपी के जालसाजी के किस्से यहीं समाप्त नहीं होते, कम्पनी में नौकरी पाने के लिए फर्जी ड्राईविंग लाइसेंस और दस्तावेज के सहारे कम्पनी में पाई थी नौकरी। बसना पुलिस और सायबर सेल ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों तक पहुंच पुणे महाराष्ट्र से कर लिया गिरफ्तार।
गौरतलब है कि बसना थाने में 10 दिसम्बर को रायपुर निवासी सुरेन्द्र अग्रवाल उडि़सा व बंगाल ट्रासम्पोर्ट के मालिक ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 20 नवम्बर को उसकी कम्पनी का ट्रक ड्राईवर केए16सी 6936 में झारसुखड़ा वेदांता कम्पनी से एल्युमिनीयम लोड कर बैंगलोर के लिए 21 नवम्बर को लगभग 12 बजे निकली था, जो बैंगलोर नहीं पहुंचा। आखिरी बार ट्रक में लगे जीपीएस से ट्रक का लोकेशन बसना पता चला था जिसके बाद से ट्रक का लोकेशन बंद है। बसना पुलिस ने सुरेन्द्र अग्रवाल की रिपोर्ट पर परमेश्वर ऊर्फ सोनकांबले के खिलाफ भादवि की धारा 407, 419, 467, 468. 379 का मामला दर्ज किया गया। बसना पुलिस ने ट्रक के नम्बर से आसपास की सीसीटीवी के फुटेज खंगालने शुरू किये और आरोपी के ड्राईविंग लाइसेंस में लिखा पता मुखेड़ जिला नांदेड महाराष्ट्र तक पुलिस पहुंच गई और पुलिस ने ड्राईविंग लाईसेंस में लगे फोटो के आधार पर उसकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस को जल्द ही सफलता मिली और आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गया। पुलिस ने आरोपी परमेश्वर को मुखेड़ जिला नादेड़ में गिरफ्तार कर पूछताछ की तब उसने जानकारी दी कि वह अपने खलासी अमोल गेडरे बडग़ांव पुणे महाराष्ट्र निवासी और एक अपने नाबालिग रिश्तेदार के साथ एल्युमिनीयम चोरी कर पुणे महाराष्ट्र में बेचने का प्लान बनाया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों के पास से चुराये हुए 1320 नग एल्युमिनियम की सिल्ली 30.129 टन कीमत 64 लाख 28 हजार 909 रुपए की और 14 चक्के की ट्रक बरामद कर आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं। उक्त कार्रवाई दिव्यांग पटेल के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भूरकर व अनुविभागीय अधिकारी विकास पाटले के निर्देशन में बसना थाना प्रभारी लेखराम ठाकुर, सायबर सेल प्रभारी संजय राजपूत, विकास शर्मा, विजय मिश्रा, श्रवण दास, मिनेश धु्रव, आर विरेन्द्र नेताम, त्रिनाथ प्रधान, मुकेश बेहरा, रवि यादव, अजय जांगड़े, शुभम पांडेय शामिल थे।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बसना पुलिस और सायबर सेल की टीम ने सीसीटीवी फूट और ड्राईवर के ड्राईविंग लाइसेंस में लगे फोटो और उसके पते के आधार पर उनका पीछा करते हुए पुणे महाराष्ट्र के मुखेड़ जिला नांदेड़ पहुंच कर फोटो दिखाकर गांव में पूछताछ की गई तब पुलिस को यह मालूम हुआ कि आरोपी परमेश्वर काम्बले मुखेड़ गांव का रहने वाला है और ट्रक ड्राईवरी का काम करता है। पुलिस ने ग्रामीणों से मिली सूचना पर पुणे में बैंगलोर नेशनल हाईवे के पास एक पेट्रोल पम्प के पास पहुंचे थे। तभी पुलिस की टीम को फोटो से मिलता व्यक्ति मिल गया जिसे पुलिस की टीम ने पकड़ कर पूछताछ शुरू की तो उसने अपने साथ अपने दो और साथियों का नाम अमोल गेंडरे पिता बारू गेडरे 24 साल साकिन पीपल खुटे थाना बडग़ांव जिला पुणे महाराष्ट्र और एक अपचारी बालक को अपने चोरी के प्लान में शामिल करना बताया। पुलिस ने घेराबंदी कर उसके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने आगे जानकारी दी कि बसना पुलिस और सायबर सेल की टीम को इस कार्य के लिए आईजी को इनाम देने के लिए पत्र लिखा गया है।