बिजली कटौती से परेशान किसान ने की आत्महत्या?
आखिर कौन है इस आत्महत्या के पीछे का जिम्मेदार

महासमुंद। जिले के सिंगनपुर गांव के एक किसान ने अपने ही खेत के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। किसान के आत्महत्या के पीछे की वजह परिजन लगातार बिजली की कटौती से फसल के बर्बाद होने की वजह बताई जा रही है। मामले में पुलिस को सूचना मिलने के बाद पुलिस ने लाश का पंचनामा कर पोस्टमॉर्डम के लिए भेज दिया है।
गौरतलब है कि पटेवा थाना क्षेत्र के ग्राम सिंघनपूर निवासी पुरन निषाद की लाश आज सुबह खेत के पेड़ में लटकी पाई गई। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। परिजनों का कहना है कि क्षेत्र में लगातार बिजली की कटौती हो रही है। पुरन निषाद अपने खेत में रबी की फसल लगाया हुआ है। फसल के लिए किसान ने सहकारी बैंक से लाखों रुपए कर्ज ले रखा था। बिजली कटौती होने से खड़ी फसल को पानी नहीं मिल पाया जिस वजह से किसान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान ने परेशान होकर आत्महत्या जैसी घातक कदम उठा लिया है।
किसान के आत्महत्या के बाद से राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। बिजली विभाग के खिलाफ कांग्रेसी नेता अंकित बागबाहरा लगातार आंदोलन कर रहे है बावजूद इसके व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो गया है। शायद इसकी प्रणीति यह हुई है कि एक किसान को आत्महत्या कर इसकी कीमत चुकानी पड़ी है।
मामले में जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जांच के आदेश दे दिए हैं।