जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ 6 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरी
महासमुन्द। छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ ने आज अपने 6 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना आंदोलन पर हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ सरकार पर आरोप लगाया है, कि अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए वादे को भुला दिया है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं की अनदेखी कर रही है। 9 सितंबर को पूरे प्रदेश भर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में निर्जला उपवास अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन किया था।बावजूद इसके छत्तीसगढ़ की सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लंबित मांगों पर कोई विचार नहीं कर रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आज पटवारी कार्यालय के सामने एक दिवसीय हड़ताल कर रही हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के समर्थन में विभिन्न सरकारी कर्मचारियों संगठनों ने उनका समर्थन किया है। जिला अध्यक्ष सुलेखा शर्मा ने शासन के इस रवय्ये को संवेदनहीन बताया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के धरना स्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मनोबल बढ़ाने के लिएतृतीय वर्ग के जिलाध्यक्ष अशोकगिरी गोश्वामी दिलीप तिवारी मन्नू नामदेव रूपेश तिवारी धरना स्थल पंडाल पर पहुंचे और उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शासन के सभी योजनाओं को चलाने में रीढ़ की हड्डी की तरह काम करते हैं, और उनकी सारी मांगे जायज है।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने 6सूत्रीय मांगों में शासन कर्मचारी घोषित करने, हड़ताल में बर्खास्त अवधि का मानदेय दिए जाने, पर्यवेक्षक भर्ती तत्काल किए जाने, पदोन्नति दिए जाने, आयु सीमा में छूट दिए जाने, मिनी आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी में तब्दील किए जाने, सेवा समाप्ति के बाद कार्यकर्ता को 5 लाख, सहायिकाओं को 3 लाख दिए जाने की मांग की हैं। साथ ही पोषण कर कार्य हेतु सभी जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को नया मोबाइल सेट और मोबाइल भत्ता उपलब्ध कराने जैसे 6 सूत्री मांगों को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा हैं। सभा को सरोज चंद्राकर ज्योत्स्ना नंद द्वारिका बरिहा शुशीला ठाकुर हाजरा खान अहिलिया मरकाम सुल्ताना खान लल्ली आर्य ने सम्बोधित किया।