जेल में बंद बेटे को छुड़ाने भीख मांग कर जमा रुपए की लालच में, दो दरिंदों ने की एक गरीब मां की हत्या
48 घंटे में बसना पुलिस ने सुलझाया हत्या का मामला

महासमुंद। बेटे को जेल से छुड़ाने भीग मांग कर जमा कर गले में पैसा रखी बेबस लाचार मां की दो दरिंदो ने गलाघोट कर की हत्या। बसना पुलिस ने 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर हत्यारों को किया जेल दाखिल। अतरिक्त पुलिस अधीक्षक ने किया मामले का खुलासा।
गौरतलब है कि बसना थाना में 29 अगस्त को खीरबाई राणा खेमड़ा निवासी ने पुलिस को सूचना दी कि विशाखा भोई पति बेड़ा भोई 77 साल की एक होटल के पाटे में मृत पड़ी है। बसना पुलिस सूचना पर तत्काल घटना स्थल पहुंची और साथ में फोरेंसिस टीम को भी घटना स्थल बुलाया गया। पुलिस के साथ गई फॉरेंसिक की टीम ने लाश का मुआयना किया तो पाया कि 77 वर्ष विशाखा भोई की गला घोटकर हत्या की गई है। बसना पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के संदेह पर 302 का मामला पंजीबद्ध कर अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। बसना पुलिस को 48 घंटे के भीतर ही आरोपियों की जानकारी मिल गई, पतासाजी करने पर यह बात सामने निकल कर आई की मृतिका विशाखा भोई के 2 पुत्र हैं जिसमें से 1 पुत्र इन दिनों किसी मामले में जेल में बंद है,जेल में बंद पुत्र को छुड़ाने के लिए मृतिका विशाखा भोई भीख मांग कर पैसे इकट्ठा कर रही थी, जिसकी जानकारी मृतिका के साथ भीख मांगने वाले कुष्टो यादव और सुशील राणा को थी। घटना दिनांक को लगभग रात के 10,11 बजे दोनों आरोपी होटल पहुंचे जहां अंदर के एक पाटे में विशाखा भाई लेटी हुई थी, 77 वर्ष वृद्ध महिला को दोनों आरोपियों ने दबोच लिया और दोनों ने मिलकर गमछे से गला घोट कर वृद्ध महिला की हत्या कर दी। हत्या कर मृतिका के गले में रखें 5000 लेकर दोनों घटनास्थल से फरार हो गए। आपको जानकर हैरानी होगी कि विशाखा भोई नामक जिस महिला ने घटना की जानकारी पुलिस को दी थी सुशील राणा उसी का अपना बेटा निकला। बहरहाल बसना पुलिस ने 48 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर भादवी की धारा 302 का मामला दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।