महासमुंद। शिक्षा विभाग द्वारा सत्र 2021-22 हेतु कक्षा संचालन के निर्देश विद्यालयों को जारी किये गए हैं, जिसमें विगत सत्र की समस्याओं के निराकरण का कोई विकल्प नहीं सुझाया गया है जिससे असमंजस की स्थिति बनी हुई है | कक्षाओं का संचालन या तो ऑनलाईन करना है अथवा मोहल्ला या पारा में ऑफ़लाईन करना है | विगत सत्र में यह समस्या व्यापक स्तर पर देखा गया कि ग्रामीण स्तर पर मोबाईल फोन की कमी के चलते संसाधन युक्त कुछ छात्रों को ऑनलाईन कक्षा का कुछ लाभ हुआ परन्तु संसाधन विहीन छात्र इस सुविधा से वंचित रहे | विषय शिक्षकों की कमी के चलते कई विषयों का शिक्षण प्रभावित रहा | वर्तमान बारिश के मौसम में मोहल्लों में कक्षाओं का संचालन एक जटिल कार्य है साथ ही इस प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की दुर्घटना हो जाने पर कक्षा संचालन करने वाले शिक्षक पर सारा दोष मढ़कर विभाग अपने कर्तव्यों की इतिश्री मान लेता है | छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ महासमुंद के जिलाध्यक्ष ओम नारायण शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र प्रेषित कर मांग की है कि सत्र 2021-22 में कक्षा संचालन हेतु प्रत्येक विकासखंड, जिला व राज्य में कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ विशेषज्ञ अधिकारी को प्रभारी नियुक्त कर शिक्षकों की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाना चाहिए, जहां विषय शिक्षक पदस्थ नहीं हैं या शिक्षकों की कमी है वहां शिक्षण व्यवस्था के स्वरूप तथा आमाराईट प्रोजेक्ट के आंकलन के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दिया जावे |
श्री शर्मा ने आगे कहा कि जिले से जारी पत्र में हाई व हायर सेकंडरी हेतु विषयवार मोहल्ला कक्षाओं के संचालन का निर्देश दिया गया है जबकि उच्च प्राथमिक शालाओं में भी शिक्षकों की पदस्थापना विषयवार की जाती है उसके लिए ऐसा निर्देश नहीं दिया गया है साथ ही शिक्षकों की ड्यूटी रोटेशन आधार पर लगाने का निर्देश दिया गया है जहां विषय शिक्षक पदस्थ नहीं हैं या शिक्षकों की कमी है उस परिस्थिति में स्पष्टता आवश्यक है योजना के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं के निराकरण हेतु अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए तो बेहतर होगा श्री शर्मा द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से इस बारिश के दौरान मोहल्लों के बजाय स्कूल के कमरों में कक्षा संचालन की मांग की गई है स्कूल के कमरों में कक्षा संचालन नहीं किया जाता तो उसके कारणों को आम जनता को अवगत कराया जाना चाहिए |