बगैर आरक्षण रोस्टर के पदोन्नति पर हाईकोर्ट के फैसले आने तक रोक लगाने की मांग
महासमुंद-छतीसगढ सरकार द्वारा शिक्षक एल बी संवर्ग व अन्य विभागों में की जा रही बगैर आरक्षण रोस्टर के पदोन्नति पर हाईकोर्ट बिलासपुर के फैसले आने तक रोक लगाने की मांग को लेकर प्रदेश भर के एससी-एसटी वर्ग के कर्मचारी व सामाजिक संगठनों द्वारा 20 जनवरी को रायपुर के अंबेडकर चौक से लेकर तेलीबांधा तालाब व शिक्षा मंत्री के आवास तक कोविड नियमों का पालन करते हुए मानव श्रंखला बनाकर शांति पूर्ण तरीके से 12 बजे से तीन बजे तक खड़े रहे।इस बीच मानव श्रंखला में शामिल लोगों ने हाथों पर तख्तियां लेकर सरकार को एससी एसटी विरोधी होने व पदोन्नति में आरक्षण देने की नारा लगाते रहे अंत में राज्यपाल,मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री के नाम से तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। महासमुंद से प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश बंजारे के नेतृत्व में सतनामी समाज के लोग व जिला से अजाक्स के पदाधिकारी शिक्षक व सर्व आदिवासी समाज के सैकडो लोग उपस्थित हुए। सर्व प्रथम बाबा साहेब अंबेडकर के स्टैच्यू में सीनीयर टीम के प्रदेशाध्यक्ष एल एल कोशले, दिनेश बंजारे व लीगल कोआर्डिनेटर कमेटी के प्रमुख विनोद कुमार द्वारा माल्यार्पण कर मानव श्रंखला की शुरुआत किया।अनुसूचित जाति जनजाति सेवक संघ के रायपुर संभाग उपाध्यक्ष व सतनामी समाज युथ जिलाध्यक्ष रेखराम बघेल ने बताया कि शिक्षा विभाग में बगैर आरक्षण रोस्टर के पालन से की जा रही पदोन्नति में एससी एसटी वर्ग के 15-18 हजार शिक्षक वंचित हो जायेंगे तथा विभिन्न विभागों के कर्मचारी भी पदोन्नति से पहले ही छुट गये है। जबकि छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वयं पदोन्नति मेंं एससी-एसटी वर्ग को पदोन्नति में आरक्षण देने हेतु प्रस्ताव पास कर पिगुंआ कमेटी के माध्यम से एससी-एसटी वर्ग के विभिन्न क्षेत्रों में अपर्याप्त प्रतिनिधत्व का डाटा इकट्ठा कर माननीय उच्च न्यायालय में प्रस्तुत किया जा चुका है जिसका फैसला 14 फरवरी को आना है। परंतु शिक्षा विभाग में बैठे अधिकारियों द्वारा एससी एसटी वर्ग को वंचित करने के उद्देश्य से आनन फानन में त्रुटि पूर्ण वरिष्ठता सूची में खेल शिक्षक, विज्ञान सहायक शिक्षक, को नजरंदाज करते हुए मृत शिक्षकों के नाम सम्मिलित वाली सुची निकाल कर 31 जनवरी तक पूरा करने में लगे हुए हैं।युथ प्रदेशाध्यक्ष दिनेश बंजारे ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार के द्वारा वर्तमान में ऐसे दोषपूर्ण पदोन्नति को नहीं रोका गया तो आने वाले समय में पुरे प्रदेश भर के एससी-एसटी वर्ग के लोग समाज के सांसद विधायक मंत्रीयो का विरोध करने के साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय हाईकमान तक मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत करेंगे। चुंकि 26 जुलाई 2021 को अनुसूचित जनजाति सेवक संघ व सर्व आदिवासी समाज तथा प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के नेतृत्व में पचास हजार की भीड़ ने बुढातालाब में एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन कर चेतावनी दिया जा चुका हैं। इसके बावजूद सरकार की हठधर्मिता से आरक्षित वर्ग में भारी आक्रोश पनप रही है।एक दिवसीय मानव श्रंखला विरोध प्रदर्शन में महासमुंद से अनिल ढीढी जिला उपाध्यक्ष अजाक्स,बाबुलाल ध्रुव, उमेंद्र ध्रुव,शयाम लाल मन्नाडे, देवेन्द्र मिर्चें,हेमलाल टोंड्रे सत्यप्रकाश साय, प्रताप मन्नाडे,उत्तम कुर्रे बागबाहरा से डोमन सिंह टंडन,डॉ विजय व्यवहार,गाडा समाज से हीरा नेताम,चुम्मन जगत, प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज से राजेश रात्रे, पिथौरा ब्लाक अध्यक्ष तरुवर कोसरिया,सोनु टंडन,पुरन महिलांग, देवेन्द्र टंडन, महेंद्र सुर्यवंशी प्रमुख रुप से शामिल रहे।