शैक्षणिक जगत के सर्वोच्च्य डिग्री डॉक्टर ऑफ साइंस मिला डॉक्टर कर्माकर को
महासमुंद। प्रोफेसर डॉ संजीव कर्माकर भिलाई प्रौद्योगिकी संस्थान दुर्ग में प्रोफेसर के पद में कार्यरत है तथा अयोध्या नगर महासमुंद के निवासी को शैक्षणिक जगत के सर्वोच्च्य डिग्री डॉक्टर ऑफ साइंस (डीएससी) ओडिसा राज्य के संबलपुर विश्वविद्यालय द्वारा 31वी दीक्षांत समारोह में 22 अप्रैल को दिया गया है।
गौरतलब है कि डीएससी डिग्री शिक्षा जगत के अंतिम व सर्वोच्य डिग्री है इसमें पीएचडी डिग्री के उपरांत विशेष योग्यता व मापदंडों के आधार पर रेजिस्ट्रेशन होती है। डॉ कर्माकर इस डिग्री प्रोग्राम में 2017 को रेजिस्टर हुए व उन्हें डिग्री कन्फर्म नोटिफिकेशन 24 नवंबर 2021 को फाइनल डिफेंस के पश्चात प्राप्त हुई। डीएससी प्रोग्राम में उनका वैश्विक स्तर पर योगदान एस्ट्रो न्यूरो मेट्रोलॉजिकल सिस्टम सॉफ्टवेयर (ANMv1.0) के रूप में रहा जो कि राज्य व छोटे भौगोलिक क्षेत्र में मानसून पूर्वानुमान करने में सहायक होगी। महत्वपूर्ण यह है कि इतने छोटे भौगालिक क्षेत्र के लिए वैश्विक स्तर पर कोई भी सिस्टम डेवेलोप नही हो पाया है। भारत के मौसम विभाग इस हेतु CFS2 उपयोग में लेती है जिसे वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल आर्गेनाइजेशन ने डेवेलोप किया है, हालांकि यह सिस्टम भी इस समस्या का समाधान करने में असफल रही है। यह जटिल विषय अब डॉ कर्माकर के सिस्टम से सॉल्व किया जा सकेगा। डॉ कर्माकर ने इस सिस्टम डेवलोपमेन्ट हेतु 6 सॉफ्टवेयर कॉपीराइट भारत सरकार से प्राप्त किये, 1 पेटेंट ऑस्ट्रियन गवर्नमेंट से प्राप्त किये व 6 महत्वपूर्ण शोध पत्र राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित किये, इस विषय उन्होंने 2 पुस्तक जो जर्मनी व मलेशिया में प्रकाशित हुए है। इस विषय पर उनके 2 स्कॉलर पीएचडी डिग्री उनके मार्गदर्शन पर प्राप्त किये। डॉ कर्माकर इंटरनॅशनल एसोसिएशन ऑफ इंजीनियरस अमेरिका के एग्जेक्युटिव मेंबर भी है। भारत के साइल व लैंड यूज़ प्लानिंग के मेंबर भी है। डीएससी के शोध का विषय जिसमे उन्होंने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को अस्ट्रोलॉजिकल कैलकुलेशन से हाइब्रिड कर एक नया सिस्टम दिया तथा उसका प्रयोग महानदी रिवर वेसिन के ऊपर बार्षिक मानसून वर्षा का पूर्वानुमान तथा छत्तीसगढ़ क्षत्र से कुल वर्षा जल जो उड़ीसा हीराकुंड डैम में जाएगी का पूर्वानुमान सफलता पूर्वक कर लिया है। देश के किसी भी क्षेत्र के लिए उनका सिस्टम कार्य करने के लिए तैयार है। उनको वैश्विक स्तर पर छोटे क्षेत्रों में मानसून पूर्वानुमान समस्या को समाधान करने व नई इनोवेशन तथा नई टेक्नोलॉजी को सफलतापूर्वक विकसित जॉब हेतु डीएससी डिग्री ओडिशा राज्य के गवर्नर प्रोफेसर डॉ गणेशीलाल जी के द्वारा वाईस चांसलर प्रोफेसर डॉ संजीव मित्तल तथा डॉ सुब्रोतो बागची चेयरमैन ओडिशा स्टेट स्किल डेवलपमेंट अथॉरिटी के गरिमामयी उपस्थिति में प्रदान किया गया।