जीवन का अमूल्य वरदान नेत्रहीन को नेत्रदान
महासमुंद। मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी जिला महासमुंद के द्वारा पूरे जिले में 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक 39 वाँ राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्पदृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत महासमुन्द जिले
डॉ. पी. कुदेशिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमुन्द के निर्देशन में एवं डॉ. अनिल गोरियार, जिला नोडल अधिकारी (राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम) एवं डॉ. मंजूषा चन्द्रसेन, नेत्ररोग विशेषज्ञ एवं नीलू धृतलहरे, जिला कार्यक्रम प्रबंधक के मार्गदर्शन में अवधेश कुमार यादव सहायक नोडल अधिकारी अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के सहयोग से पूरे जिले में नेत्रदान करने लोगों को प्रेरित करने का काम किया जा रहा है।
गौरतलब है कि महासमुन्द जिले में अब तक के नेत्रदानदाताओं में कमला देवी अग्रवाल पति ओमप्रकाश अग्रवाल, उम्र 60 वर्ष पिथौरा, ज्योति मेमन पति स्व. शकीर बेन मेनन, उम्र 65 वर्ष, इमलीभाठा महासमुन्द, नारायण पटनायक पिता बंशीधर पटनायक, उम्र 65 वर्ष पिथौरा, नीलकंठ काबरा पिता रामगोपाल, उम्र 75 वर्ष, गुड़रूपारा महासमुन्द, ज्ञानचन्द्र झाबक उम्र 85 वर्ष अनराज झाबक, कॉलेज रोड सुविधा एस.टी.डी. महासमुन्द, दीनानाथ औसर पिता ओम प्रकाश औसर उम्र 75 वर्ष, संतोषी मंदीर महासमुन्द, जोहनलाल पटेल पिता समारू पटेल, उम्र 61 वर्ष, मरार कसीबाहरा बागबहारा, तान्या सलूजा पिता सतवंत सिंह सलूजा उम्र 24 वर्ष गुरूद्वारा के पास झलप, उमेश कुमार पटेल पिता देवानंद पटेल उम्र 17 वर्ष, अरण्ड पिथौरा, सूलोचना साहू पति हेमलाल साहू उम्र 61 वर्ष, लाफिन खुर्द, लक्ष्मादेवी होता पति शांतीबाई होता, उम्र 83 वर्ष, गायत्री सक्ती पीठ मंदीर बसना के द्वारा बीते वर्षों में नेत्रदान किया है।
जिला चिकित्सालय द्वारा चलाए जा रहे 39वाँ राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम में डॉ. नेहा सिंह, डॉ. याशिका ठावरे नेत्र सहायक अधिकारी उमेश गोतमारे एवं संतोषी साहू तथा अन्य नर्सिंग स्टॉफ की अहम भूमिका रही है।