महासमुन्द। नगर पालिका परिषद के कांग्रेसी पार्षदों ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कांग्रेस शासन काल मे शहर के मुख्य मार्ग में विद्युतीकरण व विकास कार्यो के लिए राशि का आबंटन और निर्माण की पूरी प्रक्रिया संपन्न करने के पश्चात महासमुंद नगर पालिका के वर्तमानअध्यक्ष व भाजपा के लोग इस निर्माण कार्यो का व्यर्थ श्रेय ले रहे हैं और नगर की जनमानस को दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है। श्रीमती महिलांग नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शहर के जनमानस के मुख्य मार्ग पर विद्युतीकरण की मांग पर क्षेत्र के विधायक विनोद चंद्राकर के प्रयास से व मंत्री शिव डहरिया की अनुशंसा से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 करोड़ 69 लाख रुपयों स्वीकृति दी। इसके बाद निविदा से निर्माण तक कि पूरी प्रक्रिया कांग्रेस शासन काल में संपन्न हुई, इसका व्यर्थ श्रेय लेकर नपा अध्यक्ष व भाजपाई जनता को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है और साथ ही शहर की पेयजल व्यवस्था में मजबूती लाने के लिए राज्य गठन उपरांत प्रथम कांग्रेस सरकार ने महानदी में बैराज बनाकर पेयजल की सुविधा प्रदान करने की नींव रखी थी। जिसका फायदा शहर वासियों को 3 पालियो में पेयजल के रुप मे प्राप्त हो रही है
श्रीमती महिलांग ने आगे कहा कि नपा अध्यक्ष व भाजपाइयों से जनता पूछे कि शहर के इस जगमगाते विधुत व्यवस्था भाजपा के 15 साल के शासन में शहर को क्यों नही मिला। यह सुविधाएं कांग्रेस शासन काल मे प्रारंभ हुई। महासमुंद नगर सहित पूरे प्रदेश के जनता भाजपा के15 साल के शासन काल मे विकास से वंचित होने का श्राप ले चुके है। जनमानस ने जिस आशा व विश्वास के साथ कांग्रेस दल को सरकार बनाने के लिए चुना है उसी पर खरा उतरते हुए यह सौगात स्थानीय विधायक के सार्थक प्रयास से मिली है, जिसे नपा अध्यक्ष व उनके दल के लोग पचा नही पा रहे है और व्यर्थ ही श्रेय का भोपू बजाकर जनमानस को भ्रमित करने का असफल प्रयास कर रहे है।