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सुखा राशन, अंडा, गर्म भोजन, मोबाइल रिचार्ज का महिनों से नहीं हुआ है भुगतान, शीघ्र भुगतान नहीं तो बागबाहरा में होगा योजनाएं बंद

महासमुंद/बागबाहरा। महासमुन्द महिला बाल विकास विभाग के सौतेले व्यवहार से नाराज बागबाहरा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं ने बागबाहरा महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी को 10 बिंदुओं में ज्ञापन सौंपा है। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने आधिकारों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिला कार्यालय के कार्यकर्ताओं के सभी मानदेय दे कर में वाहवाही बटोर रहे है वहीं जिले के ब्लाक लेबल पर कार्यरत कार्यकर्ताओं सहायिकाओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे है। शासन की योजनाओं को क्रियान्वित करने वाले अधिकारियों को इस बात की सुध नहीं है कि पूरे जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं किन हालातों का सामना करते हुए अपने काम कर रही है। सैकड़ो बारबार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के राशि देने के लिए निवेदन करने के बावजूद भी अधिकारी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
गौरतलब है कि बागबाहरा ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में लिखा है कि मानेदय, गर्म भोजन, मोबाइल रिचार्ज, सुखा राशन एवं कई तरह की समस्याओं से कार्यकर्ताएं जूझ रही है। अपने 10 बिन्दुओं पर सौंपे ज्ञापन में लिखा है कि जिसमें पहला, 2 माह नवम्बर और दिसम्बर का मानदेय बागबाहरा की 378 केन्द्रों में काम कर रही कार्यकर्ताओं को नहीं मिला है। लगभग तीन माह से वेतन का भुगतान नहीं हो सका है, जिस वजह से कार्यकर्ताओं की आर्थिक स्थिती खराब हो गई है। दूसरा गर्म भोजन की राशि जुलाई 2021 तक का भुगतान नहीं किया गया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि हर माह उनके द्वार रिपोर्ट समय पर दिया जाता है बावजूद इसके भुगतान नहीं हो पा रहा है। कार्यकर्ताओं ने महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन में कहा है कि 20 जनवरी 2022 तक अगर भुगतान नहीं किया गया तो उन्हें मजबूरी में गर्मभोजन देना बंद करना होगा। तीसरे बिन्दुओं पर कार्यकर्ताओं ने लिखा है कि पिछले 5 माह से ईंधन का भुगतान उन्हें नहीं दिया जा रहा है जो सीधे साहिकाओं के खाते में आती है। वहीं मोबाइल रिचार्ज की राशि भी जमा नहीं की गई है। लॉकडाउन के चलते सुखा राशन की राशि का 60 प्रतिशत जमा किया गया था और बचा 40 प्रतिशत नवम्बर 2021 तक सुखा राशन की राशि का भुगतान दिया जाना था जिसे भी महिला बाल विकास विभाग ने रोक रखा है। लगातार अधिकारियों से निवेदन के बावजूद टाल मटोल किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में लिखा है कि फल्ली लड्डू 2019 में कार्यकर्ताओं द्वारा गर्भवती, कुपोषित बच्चों को लाभान्वित किया गया था उसका बिल भी 6 बार बागबाहरा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में जमा किया है उसका भी भुगतान नहीं हो सका है। सन 2018 में हड़ताल अवधि 50 दिनों का भुगतान आज पर्यंत तक नहीं हो सका है। इसके अलावा आदिवासी क्षेत्रों में कमार जाति के हितग्राहियों को अंडा देना होता है जिसकी अग्रिम राशि भी कार्यकर्ताओं को नहीं मिल पाई है जिस वदह से अंडे का वितरण बंद कर दिया गया है। एनिमिक महिलाओं, कुपोषित बच्चों को गर्भ भोजन दिया जाना होता है उसकी भी अग्रिम राशि का भुगतान नहीं हो रहा है जिस वजह से हितग्राही लाभांवित नहीं हो पा रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में लिखा है कि गर्म भोजन, महतारी जतन, मोबाईल रिचार्ज, हड़ताल अवधि का मानदेय कार्यकर्ताओं की राशि नहीं मिल पायेगी तो मजबूरी में शासन की योजनाओं को बागबाहरा क्षेत्र में बंद कर दिया जायेगा।
महिला बाल विकास विभाग के डीपीओ समीर पांडे का इस पर कहना है कि योजना को क्रियान्वित करने के लिए तीन समितियां बनाई गई है। जिस वजह से मानदेय सहित अन्य भुगतान में थोड़ा विलंब हो जाता है। समितियों द्वारा सभी का सत्यापन करा कर यथाशीघ्र भुगतान कर दिया जायेगा।

Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

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