विधायक के प्रयासों से बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग के 2.20 किलोमीटर लंबाई सड़क का चौड़ीकरण की मिली स्वीकृति
महासमुंद। महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा जी के प्रयासों से महासमुंद अंतर्गत बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग के 2.20 किलोमीटर लंबाई सड़क चौड़ीकरण के लिए 33.77लाख रुपए की स्वीकृति मिल गई हैl स्वीकृति मिलने के बाद विधायक श्री सिन्हा ने भारतीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी का क्षेत्र की जनता की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया है।इसके बनने से बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग में जाम की स्थिति निर्मित होती थी उससे निजात मिलेगी। क्रॉसिंग के दोनों तरफ सड़क चौड़ीकरण तथा दो फाटक लगाए जाएंगे। कार्य जल्दी ही शुरू होगा। ज्ञात हो की राष्ट्रीय राजमार्ग 353 के 2.200 की.मी. में स्थित बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग पर मार्ग की चौड़ाई 10 मीटर होने के कारण फाटक बंद होने पे वाहनों की लंबी कतार लग जाती है, वर्तमान स्थिति में यातायात व्यवस्था में सुधार करने एवं दुर्घटना की स्थिति न निर्मित हो इसका ध्यान रखते हुए चौड़ाई बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग द्वारा मार्ग के दोनों ओर 50-50 मीटर लम्बाई में 5.50 मीटर की चौड़ाई में चौड़ीकरण तथा मीडियन बनाये जाने हेतु विस्तृत प्राक्कलन प्रस्तुत किया गया था।
सिकासार जलाशय से कोडार बांध तक बनेगा नहर, विधायक के प्रयास से मिली सर्वेक्षण की प्रशासकीय स्वीकृति
महासमुन्द। गरियाबंद जिले के सिकासार जलाशय से कोडार जलाशय महासमुंद तक नहर निर्माण होगा। बहुप्रतीक्षित और लाखों किसानों से जुड़े इस महत्वकांक्षी परियोजना की स्वीकृति से किसानों में हर्ष व्याप्त है। इसके लिए विधायक बनने के बाद से योगेश्वर राजू सिन्हा निरंतर विभागीय मंत्री केदार कश्यप और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से मिलकर आग्रह कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि यह भाजपा के जिला स्तर के चुनावी घोषणा पत्र में भी शामिल था।
महासमुन्द विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने मंत्रालय महानदी भवन जल संसाधन विभाग रायपुर से 22 फरवरी को जारी प्रशासकीय स्वीकृति आदेश की जानकारी देते हुए बताया कि अवर सचिव ने मुख्य अभियंता महानदी गोदावरी कछार को प्रशासकीय आदेश जारी कर दिया है।
जल संसाधन विभाग के अवर सचिव प्रेम सिंह घरेन्द्र द्वारा जारी आदेश में गरियाबंद के दायें तट से कोडार जलाशय महासमुन्द तक प्रस्तावित नहर निर्माण के सर्वेक्षण कार्य के लिए करीब 5 करोड़ 70 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। मुख्य अभियंता को जारी आदेश में बताया गया है कि तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है। अब निर्धारित समयावधि में सर्वेक्षण पूरी कर नहर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा। इससे क्षेत्र के लाखों किसानों की खेती सिंचित हो सकेगी।
गौरतलब है कि लंबे अर्से से इस महत्वकांक्षी परियोजना की मांग की जा रही थी। बजट प्रावधान किए जाने के बावजूद पिछली सरकार ने किसानों के हित से जुड़े इस काम को प्राथमिकता में नहीं रखा। क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए पद यात्रा करके तत्कालीन कांग्रेस सरकार का ध्यानाकर्षण कराया, बावजूद इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने अथक प्रयास करते हुए जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप से निरंतर मांग किया और मंत्रालय स्तर पर अधिकारियों से सतत संपर्क कर तकनीकी स्वीकृति और प्रशासकीय स्वीकृति कराने में अहम भूमिका निभाई।
परिणामस्वरूप 7 फरवरी को तकनीकी स्वीकृति के साथ मुख्य अभियंता ने फ़ाइल प्रशासकीय स्वीकृति के लिए मंत्रालय भेजा था। जहाँ से राज्य शासन द्वारा गरियाबंद जिले के विकासखंड गरियाबंद की सिकासार जलाशय (गरियाबंद के दांये तट से कोडार जलाशय महासमुंद तक प्रस्तावित नहर निर्माण का सर्वेक्षण) कार्य कराने के लिए लीडर सर्वे (Lidar Survey) सहित 569.95 लाख (रुपये पांच करोड़ उनहत्तर लाख पंचानवे हजार) की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। अब जल्द ही कागजी औपचारिकताओं को पूर्ण करने के पश्चात सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। सर्वेक्षण कार्य स्वीकृत राशि और निर्धारित समयावधि (करीब 6 माह) के अंतर्गत ही पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
इस स्वीकृति के लिए विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप और सभी विभागीय अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया है।