तरबूज में गांजा या गांजा में तरबूज, तस्करों के तरीके से हैरान है पुलिस
महासमुंद। तरबूज में गांजा यह गांजे में तरबूज तस्करी का तरीका देख हैरान हो गए पुलिस वाले, महासमुंद जिले में यूं तो गांजा तस्करी कोई नई बात नहीं है, लेकिन यहां पहली बार ऐसा हुआ है कि पूरी ट्रक के ट्रक 10 क्विंटल गांजा की तस्करी करते हुए महासमुंद जिला पुलिस के सरायपाली पुलिस ने गांजा तस्करी करने वाले मध्य प्रदेश के दो गांजा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। बरामद गांजे की कीमत 2 करोड़ 10 लाख बताई जा रही है।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि उड़ीसा प्रांत से गांजे की एक बड़ी खेप महासमुंद छत्तीसगढ़ के रास्ते परिवहन होने वाला है। मुखबिर की सूचना पाकर सरायपाली पुलिस टीम ने पटेरापाली रोड पर मुखबिर की सूचना अनुसार बताएं ट्रक का इंतजार करने लगे कुछ ही देर पश्चात एक ट्रक एमपी 19 जी ए 5058 पटेरा पाली रोड पर लिखे जिसे पुलिस ने रोक कर ट्रक के ड्राइवर पप्पू पाल पिता लखन पाल उम्र 35 साल साकिन बसई थाना, पन्ना जिला मध्य प्रदेश और उसके साथ बैठे लीलाधर पाल पिता महेश पाल 33 साल ग्राम बसई थाना, जिला पन्ना मध्य प्रदेश से पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि ट्रक में वहां तरबूज भरकर मध्यप्रदेश ले जा रहे हैं। सरायपाली पुलिस को आरोपियों के बयान पर संदेह हुआ और उन्होंने ट्रक का डाला खोल जांच करने की कोशिश की जिस पर ट्रक में सवार दोनों आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए गोलमाल बात करने की कोशिश की पुलिस को संदेह हुआ और उन्होंने ट्रक का डाला खोला तो हैरान हो गए। ट्रक के डाले खुलते ही 10 क्विंटल 50 किलो गांजा ट्रक में भरा पाया गया। पुलिस को तलाशी के दौरान देखने को लिए मिला की ट्रक में सिर्फ पिछले हिस्से पर तरबूज रखे गए थे और गांजा के ऊपर कुछ तरबूज रखे गए थे बाकी पूरे ट्रक में 10 क्विटंल गांजा भरकर मध्य प्रदेश ले जाया जा रहा था। बहरहाल सरायपाली पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है कि मध्य प्रदेश किए दो आरोपी गांजा तस्करी कर उड़ीसा से कहां ले जा रहे थे और उड़ीसा में या गांजा की खरीदी किसके पास किए थे।