प्रशासनिक

ईमानदारी से दिव्यांग महिला सरपंच को नहीं करने दिया जा रहा है काम, शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं


महासमुन्द। सरायपाली जनपद पंचायत का ग्राम गिरसा पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्राम गिरसा की दिव्यांग महिला सरपंच को विकास काम करवाने के लिए शिकायत करनी पड़ रही है। लेकिन प्रशासन उनकी शिकायत सुनने को तैयार नहीं हैं। दिव्यांग महिला सरपंच ने ग्राम के सचिव जो लगभग पांच साल से इस ग्राम में पदस्थ है कि मनमानी से तंग आ गई है। सरपंच दिव्यांग होने के बावजूद भी ग्राम विकास में एड़ी चोटी का जोर लगा रही है लेकिन सविच की मनमानी के चलते कोई भी काम गांव में नहीं हो रहा है। गिरसा ग्राम की जनता महिला सरपंच के साथ खड़ी है बावजूद इसके वह काम नहीं कर पा रही है। गांव में पानी की समस्या है जिसे सरपंच इस पानी की समस्या को समाप्त करना चाहती है लेकिन कुछ पंचों और सचिव को इस समस्या से कोई लेना देना नहीं हैं। मानसिक रूप से आहत महिला द्व्यिांग सरपंच अब जिले के जनपद सीईओ को शिकायत करने पहुंची थी। सचिव के मनमानी के चलते पूरा विकास काम ढंप है। अधिकारियों से सैकड़ो शिकायत के बाद भी सचिव को गिरसा ग्राम से स्थानांतरित भी नहीं किया जा रहा है।
गौरतलब है कि सरायपाली जनपद क्षेत्र का ग्राम गिरसा की दिव्यांग महिला सरपंच मीना कुमारी नंदे जिसे ग्राम की जनता ने यह सोच कर अपना सरपंच चुना कि वह ग्राम विकास में काम करेगी। ग्रामीणों की मनसा के अनुरूप ही द्व्यिांग महिला सरपंच मीना कुमारी नंदे काम कर रही है। महिला सरपंच के साफ सुफरी छबी और ईमानदारी वहां के सचिव और कुछ पंचों को हजम नहीं हो रही है। गांव में इस बात की जोरो से चर्चा है कि सरपंच बिना कमीश्नखोरी किये सभी काम ईमानदारी से करना चाहती है लेकिन सचिव और कुछ पंचों द्वारा महिला सरपंच को काम करने नहीं दिया जा रहा है और विकास कार्य की योजनाओं पर शासन से आए लाखों रुपए की राशि का आहरण नहीं करने दिया जा रहा है। ग्राम विकास कार्य के लिए जो पंचायत में प्रस्ताव लाया गया उस प्रस्ताव पर कुछ पंचों ने असहमति जता दी और पंचों के बहुमत ना होने की वजह से चौदहवें और पंद्रवहें वित्त तथा पंचो का मानदेय एवं शासन की महत्वकांक्षी कार्य, ग्राम सुराजी योजना का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। पंचों द्वारा किसी भी विकास कार्य के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं होने की वजह से राशि का आहरण नहीं हो पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम गिरसा के सरपंच द्वारा जनपद सीईओ से शिकायत करने की बात कही जा रही है लेकिन जनपद पंचायत की सीईओ स्निग्धा तिवारी ने शिकायत जैसी कोई बात होने से इंकार कर दिया है। जनपद सीईओ का कहना है कि सरपंच को शोकास नोटिस दिया था कि गिरसा पंचायत में कोई भी पंचायत प्रस्ताव पास नहीं हो रहे हैं। साथ ही जो जरूरी भूगतान है वह भी नहीं हो पा रही है। पत्रकारों ने जब जनपद सीईओ को सवाल किया ग्रीष्मकाल में पानी की समस्या को लेकर शिकायत की गई थी उस पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है उस पर जनपद सीईओ न मीडिया के लोगों को कैमरा बंद करने के लिए कह दिया।

 

 

Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

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