महासमुन्द। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की महासमुन्द जिला इकाई ने प्रदेश के एकमात्र तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू के कुलपति के नाम स्थानीय शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि 26 जुलाई को विवि द्वारा जारी किए गए पॉलीटेक्निक परीक्षा परिणामों में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने एवं लेटरल एण्ट्री विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन की मांग रखी है। अभाविप के महासमुन्द नगर मंत्री कुम्भज चन्द्राकर ने बताया कि गत सोमवार को सीएसवीटीयू द्वारा पॉलीटेक्निक लेटरल एंट्री छात्रों के जो परीक्षा परिणाम जारी किए गए हैं, उनमें कई विसंगतियाँ हैं जिनके चलते विद्यार्थियों में असंतोष और निराशा के भाव व्याप्त हैं।परिषद् विवि प्रशासन से यह प्रश्न पूछती है कि आखिर ऐसी गड़बड़ी क्यों और कब तक? परिणामों मे मिली प्रमुख विसंगतियों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि विवि द्वारा परिणामों के साथ जारी की गई ऑनलाइन मार्कशीट में दर्ज रोल नंम्बर एडमिट कार्ड के रोल नंम्बर से भिन्न है। दूसरा, सभी लेटरल एंट्री छात्रों को समान विषयों में बिल्कुल एक जैसे अंक मिले हैं और-तो-और समान उत्तर पर रेगुलर छात्रों की तुलना में लेटरल एंट्री छात्रों को काफी कम अंक मिले हैं। साथ ही, लेटरल एण्ट्री के सभी छात्र अनुत्तीर्ण है जो उपर्युक्त गड़बड़ियों के प्रकाश में महज संयोग की बात नहीं कही जा सकती। और फिर जब छात्र तृतीय सेमेस्टर बैकलॉग परीक्षा हेतु हॉलटिकट (प्रवेश पत्र) डाऊनलोड करने का प्रयास कर रहे हैं तो उन्हें उन विषयों में उत्तीर्ण बताया जा रहा है।
अभाविप ने इसे विद्यार्थियों के साथ एक भद्दा मजाक बताया है और विश्वविद्यालय से यह मांग की है कि सिस्टम की त्रुटियों को जल्द-से-जल्द सुधारा जाए व लेटरल एण्ट्री वाले सभी विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन विवि द्वारा ही किया जावे। इस विषय में विद्यार्थियों की मनःस्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बरसते बादलों के बीच भी विद्यार्थी दूर-दूर से इस हेतु महासमुन्द स्थित पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुँचे थे।