उपसरपंच, सचिव द्वारा पावर प्लांट के लिए दिये गये अनापत्ती प्रमाण पत्र नहीं हुआ निरस्त तो ग्रामीण करेंगे आंदोलन
महासमुन्द। जिले का कौवाझंर ग्राम पंचायत इन दिनों गांव के उपसरपंच और सविच के कारनामों की वजह से सुर्खियों में है। ग्राम पंचायत के निर्वाचित सरपंच और पंचों के बिना अनुमति से गांव की जमीन का प्रस्ताव पास कर एक निजी प्राईवेट कम्पनी को प्लांट लगाने के लिए जमीन दे दी और प्रस्ताव में पंचों और कम पढ़ी लिखी सरपंच के हस्ताक्षर ले लिए। उपसरपंच और सचिव के कारनामें की जानकारी ग्रामीणों तब हुर्ई जब गांव में तहसीलदार और पटवारी जमीन का मुआयना करने पहुंचे। जिसके बाद से ग्रामीणों और पंचों में उपसरपंच और सचिव के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।
महासमुन्द शहर से लगभग 15 किलो मीटर दूर कौवाझर ग्राम पंचायत में 24 जुलाई को ग्राम पंचायत कौवाझर के सचिव और उप सरपंच ने मिलकर ग्राम की जमीन पटवारी हल्का नम्बर 7, खसरा नम्बर 39, कुल करबा 6.607 को मेसर्स करणी कृपा पावर प्राईवेट लिमिटेड को पावर प्लांट के लिए प्रस्ताव पास कर अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया गया। उपसरपंच और सचिव द्वारा अनापत्ति प्रमाण पर की जानकारी ग्रामीणों और पंचों को दिये बिना ही कम पढ़ी लिखी सरपंच नीराबाई और कुछ पंचों से प्रस्ताव में हस्ताक्षर करा लिया गया था। तहसीलदार और पटवारी ग्राम प्रस्ताव में पास हुई जमीन का निरीक्षण करने पहुंचे और ग्रामीणों से तब प्रस्तावित जमीन की जानकारी ग्रामीणों को मिली। ग्रामीणों ने ग्राम प्रस्ताव द्वारा जमीन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र पर अनभिज्ञता जारी करते हुए प्रस्तावित जमीन पर प्लांट खोलने पर अपनी आपत्ती दर्ज की। ग्रामीणों और पंचों द्वारा जानकारी मिलने के उपरांत ग्राम में ग्रामीणों और पंचों की बैठक कर महासमुन्द कलेक्टर डोमन सिंग से ग्राम की जमीन को धोखे से दिये जाने के प्रस्ताव को सरपंच पति और पंच व ग्रामीणों ने लिखित में आवेदन देकर आपत्ति दर्ज कराते हुए प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है। ग्रामीणों और पंचों ने कहा है कि अगर प्रशासन इस अनापत्ति प्रमाण पत्र को निरस्त नहीं करती है तो ग्रामीण उग्रआंदोलन करने को मजबूर होंगे।