महासमुन्द। जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले एक साल से सूखा राशन के भुगतान के लिए महिला बल विकास विभाग की चक्कर काट रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौप 10 अगस्त तक भुगतान करने की मांग की है। भुगतान नहीं होने की स्थिति में हड़ताल करने की चेतावनी जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने दी है। हम आपको बता दे कि महासमुन्द जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा 2020 में तत्कालीन कलेक्टर के निर्देश पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने स्वयं के वेतन से सरकार की महती योजना को आगे बढ़ाते हुए अपने अपने केंद्रों में सुखा राशन का वितरण किया था। जिले की 15 सौ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का लगभग एक करोड़ 50 लाख रुपये का भुगतान महिला बाल विकास नहीं किया है। जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महिला बाल विकास कार्यालय के चक्कर काटते थक गई है। जिले के अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे कर मामले में टाल मटोल कर रहे हैं। आर्थिक तंगी के मार से जूझ रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि महिला बाल विकास के अधिकारियों को 2020 में जब सूखा राशन बाटने से समितियों ने मना कर दिया था। तब अधकारियों ने सोची समझी रणनीति के तहत महिला को सुखा राशन बाटने का प्रलोभन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जिनका मानदेय पहले से ही बहुत कम है। अतरिक्त लाभ की मिल जाये ऐसा सोच कर कार्यकर्ताओं ने अपना मानदेय लगा कर सरकार की योजना सूखा राशन वितरण को फलीभूत किया। इस योजना को सफलता पूवर्क जिले में चलने की वाहवाही जिला कलेक्टर और महिला बाल विकास के अधिकारियों ने ली। लेकिन जिले की 1500 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का डेढ करोड़ रुपया राशि की भुगतान अब तक नहीं किया गया है। महासमुन्द जिले की जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौप कर कहा है कि महिलाओं को सुखा राशन की डेढ करोड़ की राशि का भुगतान 10 अगस्त तक नहीं हुवा तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सड़क की लड़ाई लड़ते हुए उग्रान्दोलन करेंगी।