गजब हैं यहां का शिक्षा विभाग, नए भवन का ढिंढोरा, पुराने भवन की अनदेखी।
रिपोर्ट… परमेश्वर राजपूतग
रियाबंद। जिले में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल- 29×30 बिता के भवन में 2 शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहा 5 कक्षा। गरियाबंद जिला वनांचल क्षेत्र है। यहां शिक्षा क्षेत्र में भारी ढकोसला देखा जा सकता है। आये दिन शिक्षा विभाग सुर्खियां बटोरते रहता है। वहीं गरियाबंद मुख्यालय से लगभग 12 से 15 किमी की दूरी में भीरालाट संकुल आमदी है । जहां पर प्राथमिक स्कूल संचालित है । बता दें कि उक्त प्राथमिक स्कूल महज 29×30 बिता है यदि स्कावयर फ़ीट की बात करे तो लगभग 700 वर्ग फिट से ज्यादा नही हैं । जिसमे 5 कक्षाएं संचालित हो रही है। वहीं 5 कक्षाएं जो हैं 2 रूम में ही संचालित हो रही है। बतादें कि इस भवन में सिर्फ 2 ही रूम है । जिसमे प्रधानपाठिका कक्ष, समेत पूरा क्लास संचालित होती है। इधर छग सरकार आत्मनंद इंग्लिश मीडियम स्कूल लगातार खोल रही है। करोड़ो का बजट इस योजना में खर्च कर रहे हैं। क्या शासन प्रशासन को इन पुराने स्कूलों की सुध नही लेनी चाहिए ?
बता दें कि भीरालाट गाँव जंगलों के मध्य स्तिथ है। इस गांव में स्तिथ प्राथमिक शाला स्कूल में अतिरिक्त कक्ष की आवश्यकता है । वहीं इस स्कूल के शिक्षक योगेश ध्रुव ने बताया कि इस स्कूल के समस्या को उच्चाधिकारियों को अवगत करा दी गयी है लेकिन अबतक इसका निराकरण नही हुआ है। उक्त स्कूल के संकुल प्रभारी कमलेश कुमार से भी चर्चा की गई तो उन्होंने ने भी स्पष्ट कर दिया कि उक्त स्कूल की जो समस्या है उसको उच्चाधिकारियों को अवगत करा दी गयी हैं जिससे जल्द कुछ निराकरण होने की उम्मीद है। वहीं जब इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी करमन खटकर को सम्पर्क किया लेकिन सम्पर्क नही हो पाया। बता दें कि जिले भर में ऐसे कई स्कूल होंगे जिनको मरम्मत की जरूरत है कई ऐसे गाँव है जहां स्कूलों की जरूरत है। इस ओर शासन प्रशासन को ध्यान देने की आवयश्कता है।