महासमुंद टाइम्सशिक्षा
बालवाड़ी प्रशिक्षण का शुभारंभ
महासमुंद। 5 दिवसीय विकासखंड स्तरीय बालवाड़ी प्रशिक्षण का शुभारंभ 2 अगस्त को हुआ। प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस जिला मिशन समन्वयक अशोक शर्मा एवं एपीसी राजकुमार साहू का आगमन हुआ जिला मिशन समन्वयक ने आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि बालवाड़ी एक महत्वपूर्ण योजना है जिसके माध्यम से बच्चों को कक्षा एक के लिए तैयार किया जाएगा, ये बच्चे पूर्व पठन, पूर्व के लेखन कौशल से दक्ष होंगे, उन्होंने शिक्षकों को अधिक से अधिक गतिविधियां करने पर जोर दिया जिनका उपयोग बालवाड़ी में किया जाएगा। राजकुमार साहू ने प्रशिक्षण की सार्थकता अनुशासन से होती है इसलिए समयबद्ध होकर ईमानदारी के साथ गतिविधि आधारित प्रशिक्षण प्राप्त करने पर जोर दिया।
प्राथमिक शिक्षा के लिए बच्चों को तैयार करने के उद्देश्य से एवम मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार पूरे राज्य भर में 6536 बालवाड़ी केंद्र का शुभारंभ इस सत्र से किया जा रहा है ।जिसके अंतर्गत महासमुंद में ब्लॉक स्तरीय पांच दिवसीय बालवाड़ी शिक्षक प्रशिक्षण डाइट प्राचार्य मीना पाणिग्रही एवं बालवाड़ी जिला नोडल राजेश चंद्राकर के मार्गदर्शन में महासमुंद ब्लॉक के सभी चयनित प्राथमिक शाला से एक शिक्षक का उन्मुखीकरण किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में विकासखंड शिक्षा अधिकारी एम पी साहू, महिला एवं बाल विकास अधिकारी ग्रामीण शकुंतला चतुर्वेदी शहरी शैल नाविक ने उपस्थिति देकर शिक्षकों से चर्चा की। मास्टर ट्रेनर आशीष साहू, दुर्गा यादव, सुरेश पटेल, निहारिका चंद्राकर द्वारा प्रशिक्षण विषयांतर्गत तीन लक्ष्य जिसमे प्रथम बच्चों के उत्तम स्वास्थ्य एवं उत्साह को बनाए रखना, प्रभावशाली संप्रेषक बनाना, सीखने में उत्साह और परिवेश का उपयोग करना, 5 आयाम शारीरिक विकास भाषाई विकास व्यक्तिगत सामाजिक संवेगात्मक विकास संज्ञानात्मक विकास एवं सृजनात्मक विकास, 6 कौशल तार्किक सोच रचनात्मक सोच सहयोगात्मक सोच संचार संवेदनशीलता एवं आत्म विश्वास की जानकारी दी । प्रशिक्षण के दौरान राज्य शैक्षणिक एवं अनुसंधान परिषद रायपुर से सौरभ एवं अमिताभ ने उपस्थित होकर प्रशिक्षण संबंधी चर्चा की।प्रशिक्षण में रोचक गतिविधि आधारित राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक परिचय , सिद्धांत, आवश्यकता , ढांचा बदलाव और उद्देश्यों, भाषा एवं गणित विषय , प्रशिक्षण के मूल लक्ष्य, बच्चों की रुचि पर ,पूर्व प्राथमिक शिक्षा के उद्देश्यों और पूर्व प्राथमिक पाठ्यचर्या के मार्गदर्शक सिद्धांतों के बारे में प्रतिभागियों से गतिविधि, बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान मिशन एफ. एल .एन.और बहुभाषिकता के बारे में प्रतिभागियों से विस्तार पूर्वक चर्चा किया। सभी चयनित स्कूल से आए प्रतिभागी गण अपने अनुभव को साझा करते हुए बच्चों के लिए स्थानीय मातृभाषा की आवश्यकता और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लेखित पूर्व प्राथमिक शिक्षा के लिए के प्रावधानों के बारे में विस्तारपूर्वक जाना। सभी प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता रही। बीआरसीसी जागेश्वर सिन्हा द्वारा प्रतिदिन विभिन्न विषयों पर चर्चा कर शिक्षकों से फीड बैक प्राप्त किया जाता है । शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन गतिविधियां की गई एवम कागज के खिलौने बनाकर प्रस्तुतिकरण किया गया।