पूरी जवानी घोटाले के पैसे से राज करने वाला, बुढ़ापे में जेल दाखिल
कई अफसर आए और गए, पर कार्रवाई एक ने की

महासमुंद। पैसा और पावर के दम पर महासमुंद जिले फ़ुन्नू सेठ के नाम से जाना जाने वाला लक्ष्मीनारायण अग्रवाल आखिरकार 15 साल बाद सलाखों के पीछे पहुंच गया है। आरोपी फ़ुन्नू सेठ के लिए कहा जाता था कि जिले कोई कलेक्टर आए या एसपी फ़ुन्नू सेठ के पैसे और पवार के आगे सभी मौन हो जाते हैं। लेकिन वो कहते हैं पाप का घड़ा आज नहीं तो कल भरता ही है और आखिरी में इंसान को उसके कर्मों की सजा मिलती जरूर है।
महासमुंद जिले के पिथौरा निवासी लक्ष्मीनारायण अग्रवाल उर्फ फ़ुन्नू सेठ जिसने हजारों एकड़ शासकीय जमीन का घोटाला कर कानून से आंख मिचौली कर बच्चा फिर रजा था। आखिरकार इस जमीन घोटाले के मोस्ट वांटेड आरोपी लक्ष्मीनारायण अग्रवाल उर्फ (फून्नू सेठ) को पटेवा पुलिस के थाना प्रभारी विनोद कश्यप ने कलेक्टर का फर्जी अनुमति पत्र से जमीन बिक्री कर ठगने के आरोप में गिरफ्तार कर महासमुंद जिला जेल दाखिल कर दिया है। पूरे प्रदेश में बहुचर्चित इस पहली गिरफ्तारी में झलप के मुकेश अग्रवाल के साथ एक अन्य कई गिरफ्तारी की गई है। शासकीय जमीन की फर्जी रजिस्टी के शिकायत कर्ता रायपुर लाखेनगर निवासी रामअवतार पिसुआ अग्रवाल से 36 लाख रुपए लेकर धोखाधड़ी की गई है।थाना प्रभारी श्री कश्यप ने बताया कि अपराध क्रं 25/2025 में धारा 406, 420, 467, 468, 471,34,120बी के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है और आगे जांच जारी है।