रहस्यमयी कुर्सियां गायब, चर्चाओं का बाजार गर्म
महासमुंद। जनपद पंचायत महासमुंद में आज अध्यक्ष के कमरे की कुर्सी गायब हो गई है। कुर्सी गायब हुई या गायब कर दी गई है। यह विषय जनपद पंचायत के कैम्पस से बाहर निकल कर आई है। कुर्सी गायब होने के पीछे की वजह से पिछले दो ढाई साल से दुकानदार का बिल नहीं अदा किया था। जिस वजह से लगभग रोज पैसे की वसूली के लिए दुकानदार जनपद पंचायत पहुंच जाता था। दो दिन पहले जनपद पंचायत धरम गोलछा अपनी बकाया राशि लेने के लिए जनपद पंचायत अध्यक्ष यतेंद्र साहू के पास पहुंचा था। बकाया राशि को लेकर श्री गोलछा ने मांग की तो अध्यक्ष यतेंद्र साहू ने कहा कि कुर्सी वापस ले जाओ। गोलछा ने कुर्सी वापस ले जाने से इंकार किया तो अध्यक्ष ने दूसरे आज एक अक्टूबर को गोलछा के दुकान पर कुर्सी वापस भेज दी जिसे गोलछा ने वापस लेने से इंकार कर दिया जिसके बाद से कुर्सी ना दुकानदार के पास रखी है ना जनपद वापस पहुंचा है। आखिर कुर्सी गई कहां।
मामले में सीईओ बरन सिंग मंडावी ने कहा कि मैं कलेक्टर टीएल मीटिंग में हूं मुझे इस विषय में कोई जानकारी नहीं है। जनपद पंचायत अध्यक्ष के कक्ष में लगी कुर्सी की राशि क्यों बकाया थी यह मुझे देखना पड़ेगा।
क्या है मामले की सच्चाई
गौरतलब है कि जनपद पंचायत में यतेंद्र साहू के जनपद अध्यक्ष बनने के बाद अध्यक्ष यतेंद्र साहू ने खुद कुर्सी खरीद लिया था बिना प्रस्ताव के। प्रस्ताव नहीं होने की वजह से कुर्सी का बिल आज तक अदा नहीं हो पाया था। दुकानदार पिछले ढाई साल से कुर्सी की बकाया राशि के लिए चक्कर काट रहा था।