दिनदहाड़े उठाईगिरी मामले में पिथौरा पुलिस को मिली बड़ी सफलता
बहन की शादी के लिए साथियों से मिले 50 हजार
महासमुंद। दिन दहाड़े 9 लाख 20 हजार रुपए की उठाईगिरि के मामले में पिथौरा पुलिस को मिली सफलता। उठाईगिरी करने वालों में एक आरोपी गिरफ़्तार। तीन आरोपी फरार बताए जा रहे है। गिरफ़्तार आरोपी के अलावा मामले में शामिल तीन आरोपियों के नाम का बहरहल पिथौरा पुलिस ने नही किया लेकिन जल्दी ही बचे आरोपियों को गिरफ़्तार करने का दावा कर रही है। गिरफ़्तार उठाईगीरे को नट गिरोह का सदस्य होना बताया जा रहा है।
गौरतलब है की 11मई को एक राइस मिल के संचालक चितरंजन चौधरी ने एसबीआई पिथौरा से 9 लाख 20 हजार रुपए का आहरण कर अपनी कार के डिक्की में कागज में लपेट कर कार को अपने घर कर्मचारी कालोनी पहुचा और कार बाउंड्री के अंदर पोर्च में खड़ी कर घर अंदर चला गया। उसी दौरान अज्ञात चोरों द्वारा वाहन का शीशा तोड़कर डिक्की में रखे रकम 9 लाख 20 हजार रुपए को चोरी कर ले गए थे। मामले में थाना पिथौरा में अपराध क्रमांक 99 /2022 धारा 380 भा द वि कायम कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के निर्देशानुसार एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्लुकर के निर्देशन में व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस विनोद मिंझ के मार्गदर्शन पर शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों का ग्राम कांडरजा थाना कापू जिला रायगढ़ छतीसगढ़ मे होने का सुराग मिलने पर थाना पिथौरा पुलिस एवं साइबर टीम के द्वारा कापू पुलिस के सहयोग लेकर, उक्त स्थान पर दबिश देकर एक संदेही को पकड़कर पूछताछ के लिए लाया गया। आरोपी युवक ने पूछताछ करने पर अपना नाम मुकद्दर नट पिता लालजीत नट उम्र 28 वर्ष साकिन कांडरजा थाना कापू जिला रायगढ़ का रहना एवं घटना कारित करना स्वीकार किया। गिरफ़्तार आरोपी ने पुलिस को जानकारी देते हुए बता की उसके साथियों ने उसे 50 हजार नगद दिया था जिसमे से गिरफ़्तार आरोपी ने बहन की शादी में 49 हजार खर्च कर दिया है। गिरफ्तार आरोपी को पुलिस ने एक मोटरसाइकिल होंडा शाइन व एक हजार रुपए के साथ गिरफ्तार कर शेष तीन आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है। उक्त कारवाई में पिथौरा थाना प्रभारी गोपाल धुर्वे सायबर सेल प्रभारी संजय राजपूत ,asi कौशल साहू, देव कोसरिया ,मिनेश ध्रुव, अभिषेक सिंह, अनिल नायक , त्रिनाथ प्रधान मिहिर बिसी, शैलेश ठाकुर, महिला आरक्षक डिलेश्वरी ध्रुव का महत्वपूर्ण योगदान रहा।