राजू बन गया विधायक, देखते रह गए राजनीति के चाणक्य
महासमुंद। महासमुंद विधानसभा की भारतीय जनता के पार्टी के प्रत्याशी योगेश्वर राजू सिन्हा ने 20 साल बाद महासमुंद विधानसभा की सीट जीत कर भाजपा की झोली में डाल दिया है। शुरुआती दौर में जिसे कमतर आका जा रहा था बड़ी चालाकी और चतुराई से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और महासमुंद विधानसभा की प्रत्याशी डॉक्टर रश्मि चंद्राकर को धूल चाटते हुए 16152 मतों से परास्त कर दिया। 2023 के चुनाव में महासमुंद विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह कछुए की चाल में अपनी शुरुआत करते हुए खरगोश की तरह दौड़ने वाले कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को हराकर भारतीय जनता पार्टी के विश्वास को जितने में योगेश्वर राजू सिन्हा ने कामयाबी हासिल कर ली है। अपनी जीत के बाद योगेश्वर राजू सिन्हा ने जीत का श्रेय भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और आम जनता को देते हुए कहा है कि जो भरोसा विश्वास मुझ पर दिखाया हैं उस भरोसे को मैं कायम रखते हुए महासमुंद विधानसभा की जनता को कभी निराश नहीं करूंगा। 24 घंटे अपने क्षेत्र की सेवा के लिए और आम जनता के लिए मैं मौजूद रहूंगा।
महासमुंद की जनता ने बदला महासमुंद जिले का इतिहास, महासमुंद विधानसभा और बसना में भाजपा को पहनाया जीत का सहरा तो सरायपाली और खल्लारी में कांग्रेस को मिला ताज। महासमुंद विधानसभा में 20 साल बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी योगेश्वर राजू सिन्हा ने जीत कर भाजपा की झोली में डाल दिया है।
महासमुंद से भाजपा के योगेश्वर सिन्हा को 84594 मत मिले, वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी को 68442 वो प्राप्त हुए। खल्लारी विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी द्वारिकाधीश यादव को 104052 मत प्राप्त हुए, वहीं भाजपा के अल्का चंद्राकार को 66933 प्राप्त किया है। बसना विधानसभा ने भाजपा के प्रत्याशी सम्पत अग्रवाल 108871, मत मिले वहीं उनके निकटम प्रतिद्वंदी देवेंद्र बहादुर सिंग को 72078 से संतोष करना पड़ा। वहीं सरायपाली विधानसभा की प्रत्याशी ने सबसे ज्यादा बहुमत से जीत हासिल करते हुए 100503 मत प्राप्त किए वहीं बीजेपी की प्रत्याशी सरला कोसरिया को58615 मत हासिल हुए।
महासमुंद विधानसभा में 18 राउंड के मतगणना में 11 राउंड तक कांग्रेस ने बढ़त बनाए रखी थी लेकिन 12 राउंड ने पिछड़ते हुए 18 वें राउंड में हार का सामना करना पड़ा। बसना के भाजपा प्रत्याशी संपत अग्रवाल ने पहले राउंड से ही अपनी बढ़त को अंत तक कायम रखा और जिले के चारों विधानसभा में सबसे पहले जीत हासिल की। इसी तरह सरायपाली विधानसभा की कांग्रेस प्रत्याशी चातुरीनंद ने शुरुआत से लेकर अंत तक जीत की बढ़त को कायम रखने में कामयाब रही। खल्लारी विधानसभा में कांग्रेस ने शुरुआत से बढ़त बनाए रखी लेकिन यहां तू डाल डाल मैं पात पात का किस्सा लगभग 10 राउंड तक चलता रहा, लेकिन कांग्रेस ने 11वें राउंड ने एकतरफा बढ़त बना कर यह जीत अपने नाम कर ली।