पिता की जगह पहुंचा पुत्र, 11 सौ से अधिक वोटों से की जीत दर्ज
महासमुंद। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर की कुशल रणनीति से जनपद सदस्य पद के लिए कांग्रेस समर्थित अरीन भागीरथी चंद्राकर ने शानदार जीत हासिल की। इस सीट से छह प्रत्याशियों के मैदान में होने से संसदीय सचिव श्री चंद्राकर की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी। लिहाजा संसदीय सचिव श्री शुरू से ही कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर हर परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए थे। अंततः आज गुरूवार को हुए चुनाव में अरीन चंद्राकर को जिताने में कामयाब रहे। इसके पूर्व पिछले दो बार से जनपद अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन कराकर ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने राजनीतिक परिपक्वता का परिचय दिया था। गौरतलब है कि जनपद अध्यक्ष भागीरथी चंद्राकर के निधन के पश्चात रिक्त हुई जनपद पंचायत क्षेत्र क्रं 10 से इस बार उनके पुत्र अरीन भागीरथी चंद्राकर को मैदान पर उतारा गया था। इस सीट से छह प्रत्याशियों के चुनाव मैदान में उतरने से चुनाव रोचक हो गया था। लेकिन संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने एक बार फिर से अपनी कुशल रणनीति का परिचय देते हुए कांग्रेस प्रत्याशी अरीन भागीरथी चंद्राकर को भारी बहुमत से विजयी बनाने में कामयाब रहे। इसके पूर्व संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने जनपद अध्यक्ष पद के लिए स्व भागीरथी चंद्राकर को निर्विरोध अध्यक्ष बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। बाद इसके भागीरथी चंद्राकर के निधन के बाद जनपद अध्यक्ष पद पर साहू समाज के यतेंद्र साहू को भी निर्विरोध अध्यक्ष बनवाया। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि विधानसभा क्षेत्र में जनपद सदस्य धरमदास महिलांग व भागीरथी चंद्राकर के निधन पश्चात रिक्त हुई सीटों पर चुनाव होना था। जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमाक तीन से जहां विक्रम महिलांग निर्विरोध निवार्चित हुए वहीं जनपद पंचायत क्षेत्र क्रं दस से अरीन भागीरथी चंद्राकर सहित छह प्रत्याशियों के बीच मुकाबला रहा। जिसमें अरीन चंद्राकर 11 सौ से अधिक वोटों से विजयी रहे।