महासमुंद टाइम्ससामाजिक

युवा महोत्सव में प्लास्टिक की गुडिय़ा का मंचन  

 

महासमुंद। जिला स्तरीय युवा महोत्सव में दिशा नाट्य कला मंच की ओर से प्रस्तुत नाटक प्लास्टिक की गुडिय़ा का कलाकारों ने बेहतरीन मंचन किया। कल प्रथम स्थान मिलते ही इसे नाटक को राज्य युवा महोत्सव प्रदर्शन का मौका मिला है। इस नाटक के प्रत्येक कलाकारों ने अपनी-अपनी भूमिका संजीदगी के साथ पटल पर रखा। इन कलाकारों ने एक भेंट में छत्तीसढ़ से कहा कि आज भी बेटियों की सुरक्षा में समाज और परिवार से चूक हो ही जाती है। यह ऐसी चूक है जिसका भरपाई करना न तो समाज के बस में और न ही परिवार के बस में। प्लास्टिक की गुडिय़ा नाम की यह नाटक समाज की निकृष्ट सोच को उजागर करता है।

इस नाटक के पात्रों को सजीव करने वाले पटकथा लेखक अवनीश वाणी और निर्देशक डी बसंत कहते हैं कि अभी भी किसी परिवार में बेटियों को गर्भ में मार दी जाती हैं। कहीं पर कोई नवजात बच्ची को झाडिय़ों में फेंक आता है। तब स्थिति और भी भयानक हो जाती है जब किसी बहू को बांझ कहा जाता है। लेकिन सबसे ज्यादा डरावनी स्थिति यह होती है कि बहू के गर्भ से बेटी पैदा हुई तो उसे परिवार अपना नहीं मानता। सभ्रांत और पढ़े लिखे परिवारों में आज भी बहुओं को जिंदा जला दिया जाता है। ऐसे समाज और परिवार को जागृत करने हमारा यह एक छोटा सा समर्पण है। हम अपील करते हैं कि बेटियों को जीने दें,उनका सम्मान से परवरिश करें, उन्हें योग्य बनने दें।

17 दिसंबर को ग्राम भोरिंग स्थित एकलव्य स्कूल में संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने जिला प्रशासन व खेल एवं युवा कल्याण की ओर आयोजित जिला स्तरीय युवा महोत्सव का शुभांरभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव के माध्यम से प्रतिभाओं को बेहतर मंच मिलता है।

कल जिला प्रशासन व खेल एवं युवा कल्याण द्वारा ग्राम भोरिंग में जिला स्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अध्यक्षता जनपद अध्यक्ष यतेंद्र साहू ने की। विशेष अतिथि के रूप में कृषि उपज मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, बीज अनुसंधान समिति के संचालक दाऊलाल चंद्राकर, जनपद सदस्य रमाकांत ध्रुव मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय युवा महोत्सव के माध्यम से जिले के ग्रामीण एवं शहरी अंचल के प्रतिभागियों को अपने प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एक बेहतर मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव में युवाओं द्वारा किए जा रहे गतिविधियों से उन्हें ऊर्जा मिलती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा निरंतर छत्तीसगढ़ की संस्कृति के संरक्षण का प्रयास किया जा रहा है। युवा महोत्सव निश्चित तौर पर लोगों को अपनी लोक संस्कृति से जोड़ेेगा। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को जिला स्तरीय महोत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विजयी प्रतिभागी राज्य स्तरीय महोत्सव में विजयी होकर बस्तर का नाम उज्जवल करेंगे।

प्लास्टिक की गुडिय़ा को अभिनित करने वाले कलाकारों में गुडिय़ा की भूमिका जिज्ञासा शर्मा, सास की भूमिका मोक्षा विदानी, दूधवाले की भूमिका श्रेयांश दुबे, वकील रोहित सिंग, पति प्रखर साहू, बिस्किट वाला वेदांत, पानी वाला अक्षत रंजन, बहू जागृति कुटारे, जज दुर्गा लठियां, कामवाली बाई की भूमिका पूजा साहू ने बखूबी निभाई। ये सभी बच्चे स्कूली छात्र-छात्राएं हैं।

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Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

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