मनोरंजनमहासमुंद टाइम्स

अपने पिता को बॉयफ्रेंड मानने लगी थी…

मनोरंजन।  दुनियाभर में ‘फादर्स डे’ मना लिया गया।  सभी ने पिताओं को फादर्स डे की बधाई दी।  सिर्फ आम लोग ही नहीं, सेलिब्रिटीज भी अपने पिताओं के उपकार को हमेशा याद करते हैं।

अब नीना गुप्ता को ही ले लीजिए। वे बिना शादी मां बनी थीं। लेकिन जहां समाज में इस तरह की घटना को हिकारत की नज़र से देखा जाता है, वहीं उनके पिता हर कदम पर उनके साथ खड़े थे।तकरीबन दो साल पहले जब नीना गुप्ता सिंगिंग रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ में बतौर सेलेब्रिटी गेस्ट पहुंची थीं, तब वे अपने पिता को याद कर इमोशनल हो गई थीं। उन्होंने बताया था कि वे बिन ब्याही मां थीं और उनकी बेटी की परवरिश में उनके पिता ने बहुत मदद की थी।

नीना ने कहा था कि प्रेग्नेंसी के दौरान उनकी मदद करने के लिए उनके पिता खासतौर पर मुंबई शिफ्ट हो गए थे। वे कहती हैं, “मेरी बेटी की परवरिश में मेरे पिता की बहुत बड़ी भूमिका है। मैं उनकी कितनी आभारी हूं, यह मैं आपको बता नहीं सकती। जब मैं जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही थी, तब वे रीढ़ की हड्डी की तरह मुझे संभाले हुए थे।2021 में नीना ने अपनी फिल्म ‘सरदार का ग्रैंडसन’ के प्रमोशन के दौरान कहा था कि वे अक्सर खुद को अकेली महसूस करती थीं। क्योंकि उस दौर में उनका न कोई बॉयफ्रेंड था और न ही पति था। नीना ने यह भी कहा कि वे अपना अकेलापन मिटाने में सक्षम थीं, क्योंकि वे अपने अतीत पर ध्यान नहीं देती थीं। उन्होंने कहा था, “एक बार मैंने अकेलापन महसूस किया था। इनफैक्ट मेरे पिता मेरे बॉयफ्रेंड थे। वह घर के आदमी थे। यह तब हुआ, जब काम की जगह पर मेरा अपमान हुआ था। लेकिन भगवान ने मुझे इतनी ताकत दी कि मैं हमेशा आगे बढ़ने में सक्षम हूं। मैं अतीत पर ध्यान नहीं देती।गौरतलब है कि मसाबा गुप्ता नीना गुप्ता और वेस्ट इंडीज के पूर्व क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स की बेटी हैं। दोनों का 80 के दशक में अफेयर रहा था। लेकिन उन्होंने शादी नहीं की। जब विवियन ने अपनी फैमिली को प्राथमिकता देते हुए उन्हें छोड़ा, तब वे प्रेग्नेंट थीं। हालांकि, उन्होंने बिना शादी ही मां बनने का फैसला लिया। लेकिन नीना यह भी कहती हैं कि अगर उन्हें उन्हें अपनी गलती सुधारने का एक मौका मिला होता तो वे कभी बिन ब्याही मां न बनतीं। उन्होंने एक बातचीत में कहा था, “किस भी बच्चे को माता और पिता दोनों की जरूरत होती है। मसाबा की परवरिश को लेकर मैं ईमानदार थी। शायद यही वजह है कि हमारे रिश्ते पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ा। लेकिन मुझे पता है कि उसने बहुत-कुछ सहन किया है।

Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!