जनपद सीईओ के खिलाफ़ सभापति ने अपनी शिकायत को बताया मिथ्या, कलेक्टर को आवेदन दे वापस ली शिकायत
महासमंद। जनपद पंचायत के सीईओ निखत सुल्ताना के खिलाफ़ चीख चीख कर अनियमितता और भ्रष्टाचार की कलेक्टर से शिकायत करने वाले जनपद पंचायत के सभापति दिग्विजय साहू ने अपने खुद के शिकायत को मिथ्या बताए हुए कलेक्टर से लिखित में आवेदन देकर शिकायत वापस ले लिया है।
कलेक्टर से लिखित में शिकायत वापस लेने के बाद राजनीतिक गलियारों में इस बात की जोरों से चर्चा हो रही है कि 9 दिसंबर 2022 को शिकायत करने वाले ने 16 जनवरी 2023 को शिकायत वापस कैसे ले लिया है। क्या जनपद पंचायत के सभापति पर राजनीतिक दबाव था, जिसके चलते उन्होंने ऐसा किया, या शिकायत वापस लेने में कुछ लेन देन हुई या राजनीतिक रोटी सेंकने यह शिकायत की गई थी। बहरहाल इस विषय पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा।
गौरतलब है कि दिग्विजय साहू ने शिकायत वापस लेने के बाद उन पत्रकारों का फोन उठाना बंद कर दिया है, जिन पत्रकारों को शिकायत के बाद दिग्विजय साहू ने गला फाड़ फाड़ कर जनपद पंचायत सीईओ और सत्तापक्ष पर भ्रष्टाचार और अनियमितता का आरोप लगाया था। सभापति के शिकायत पर पत्रकारों ने मामले को जमकर उछाला भी। अब शिकायत वापसी के बाद से जनपद पंचायत के सभापति दिग्विजय साहू कहीं नजर नहीं आ रहे है।
जनपद पंचायत सीईओ निखत सुल्ताना के खिलाफ पर इस तरह से अपमान जनक शिकायत करने के बाद। शिकायत वापस लिए जाने पर जनपद पंचायत के सीईओ का कहना है कि वह इस विषय पर कुछ नहीं सोची है। सभापति ने जो शिकायत उनके खिलाफ की थी उसे वापस ले लिया है, इतना ही काफी है ऐसा उन्होंने कहा है।