महिला सांसदों के साथ धक्का मुक्की की घटना निंदनीय-राशि महिलांग
महासमुन्द। भारतीय लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद के उच्च सदन राज्यसभा में मार्शलों द्वारा महिला सांसदों के साथ अपमानजन बर्ताव धक्का मुक्की की घटना, अत्यंत निंदनीय है। यह घटना सदन की गरिमा को कलंक लगाने जैसा है। प्रदेश महिला कांग्रेस सचिव पार्षद राशि महिलांग ने कहा कि सदन के मार्शलों द्वारा सत्ता में आसीन लोगो के द्वारा में महिला सांसदों को धक्का मुक्की व चोट पहुचाना उनके तानाशाही रवैयों को प्रदर्शित करता है l एक तरफ इसी सरकार में बैठे लोग और उनका दल मातृ शक्ति स्वरूपा महिलाओं को माँ कौशल्या, देवकी, यशोदा कहकर उनकी महत्त्वता का गुणगान करते थकता नही दूसरी ओर लोकतंत्र के पवित्र मंदिर में इन्ही शक्ति स्वरूपा महिलाओं के साथ अपमान जनक घटनाओं को अघोषित रूप से अंजाम देने का कार्य किया जाता हैl श्रीमती महिलांग ने आगे कहा कि लोकतंत्र में संसद को मंदिर की तरह परिभाषित किया गया है, इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि लोकतंत्र के मंदिर में पुजारी की जगह पाखंडी विराजमान है, जो पवित्र मंदिर की गरिमा के विपरीत आचरण करने में तुले है l