कृषि भूमि, किसानों का पानी, कोडार बांध से उद्योगों को देने एवं वन पर्यावरण पशु बचाने कल से दो दिवसीय पदयात्रा
महासमुंद। घोषित कार्यक्रम के अनुसार 12-13 फरवरी को खैरझिटी एवं क्षेत्र में स्टील और पावर प्लांट कृषि भूमि बर्बाद कर खोलने जा रही है कांग्रेस सरकार।किसानों ने विरोध स्वरूप पदयात्रा गांधीवादी सत्याग्रह प्रारंभ किया है।छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आयोजित 2 दिवसीय पदयात्रा का शुभारंभ 12 फरवरी को सुबह 11.00 बजे खैरझिटी के श्रीराम जानकी मंदिर से प्रारंभ होगा।पदयात्रा राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे, दाऊ जी.पी. चंद्राकर,ठा.रामगुलाम सिंह,जागेश्वर प्रसाद, अशोक ताम्रकार,श्रीधर चंद्राकर,छन्नू साहू, नन्दकिशोर यादव,नंदलाल सिन्हा,वेदराम यादव, लीलाधर पटेल,जीवन साहू,नंदलाल पटेल, नंदकुमार साहू आदि नेतृत्व करेंगे।पदयात्रा का प्रमुख मुद्दों में खैरझिटी, कौंवाझर,मालिडीह क्षेत्र के कृषि भूमि में लगने वाला उद्योग योजना को रद्द किया जावे। पंचायत अउ ग्राम सभा के प्रस्ताव के बिना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उद्योगपतियों से एमओयू करना बंद करें। कृषि कार्य के नाम पर सैकड़ों एकड़ जमीन पानी के मोल खरीद कर गैर कानूनी ढंग से उद्योग लगाने की योजना को जिलाधीश महासमुंद और पर्यावरण संरक्षण मंडल कड़ाई से रोक लगाये। भविष्य में भी किसी भी कृषि भूमि में उद्योग न लगे ऐसा छत्तीसगढ़ सरकार कानून पास करे। जिस क्षेत्र को सरकार औद्योगिक क्षेत्र घोषित किया है वहीं प्रस्तावित उद्योगों को लगाने का आदेश जारी करे। शहीद वीर नारायण सिंह(कोडार बांध)का पानी सिंचाई और निस्तारी के लिए सुरक्षित रखा जावे।