महासमुंद टाइम्स

राजधानी में होगा 9और 10 जून दो दिवसीय महापड़ाव

फिर भी मांगे पूरी नहीं हुई तो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता करेगें अनिश्चित कालीन हड़ताल

महासमुंद। छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के प्रांताउपाध्यक्ष सुधा रात्रे ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अपने जन घोषणा पत्र में किया गया वादा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ को कलेक्टर दर पर मानदेय का वादा किया था जो आज साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद भी अपना वादा सरकार ने पूरा नहीं किया है। सरकार की सभी योजनाओं की घर_घर तक पहुंचाने वाली 65सौ रूपए मानदेय होने के बावजूद महीने के 30दिन काम करने वालों के साथ सरकार वादा खिलाफी कर रही है। लगातर शासन प्रशासन को ध्यानाकर्षित करने के बावजूद शासन प्रशासन अपनी घोर निद्रा में सोई है। जिसे जगाने के लिए छत्तीसगढ़ जुझारु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ अपनी मांगों को लेकर 9और 10जून को रायपुर राजधानी में 2दिन का महापड़ाव पूरे प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का रखा गया है। इसके बावजूद अगर छत्तीसगढ़ सरकार ने मांगे पूरी नहीं की तो 7 जुलाई से 11जुलाई 5दिन का अनिश्चित कालीन धरना आन्दोलन में जाने पर प्रदेश भर की कार्यकर्ताओं को मजबूर होना पड़ेगा और इसकी सारी जवाबदारी सरकार की होगी।

सुधा रात्रे ने आगे जानकारी देते हुए बताया है कि 21मई को कर्मचारी भवन सप्रे शाला रायपुर में छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन सीटू संघ कि बैठक हुई। जिसमें प्रदेशभर से सभी जिला अध्यक्षों एवं जिले के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। प्रदेश अध्यक्ष पदमावतीसाहू व सुधा रात्रे ने कार्यकर्ताओ को याद करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में जब भारतीय जनता पार्टी के सरकार थी तब अपनी जयाज मांगों को लेकर पूरे प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 50 दिन का आंदोलन किया था। तब कांग्रेस जो सत्ता में नहीं थी ने धरना स्थल पहुंच कर वादा किया था कि अगर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनती है तब उनकी कांग्रेस की सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगे पूरा करने का वादा किया था। कांग्रेस पार्टी ने अपने अपने जन घोषणा पत्र में संघ लिख कर भी दिया था। लेकिन आज कांग्रेस की सरकार को साढ़े 3 वर्ष बीतने के बाद भी हमारी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है और कोई सकारात्मक पहल नहीं किया जा रहा है। जिस वजह से प्रदेश की लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका सरकार से नाराज हैं और दुखी भी है। शासन की ओर पिछले साढ़े 3साल से कार्यकर्ताएं आस लगाए देख रही है कि हमारी मांगों को जल्द पूरा करेंगे।लेकिन सभी संगठनों की मांग सरकार पूरी कर रही है और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ की अनदेखा किया जा रहा है। महंगाई को देखते हुए अपना घर चलाना मुश्किल हो रहा है, जिसके लिए शासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने एक सूत्रीय मांग शासकीय कर्मचारी घोषित करते तक जन घोषणा पत्र में जो वादे किए थे।कलेक्टर दर उसे तत्काल पूरा करवाने 2 दिन का महापड़ाव रायपुर के राजधानी में रखा गया है। 9 ,10 जून को प्रदेशभर की लाखों महिलाएं 2 दिन और रात संघर्ष करेंगे और अपनी मांगों को मांगते हुए उनके वादों को याद दिलाएंगे। इसके बाद भी शासन मांगों को पूरा नहीं करते हैं तो प्रदेश की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 7 जुलाई से 11 जुलाई तक 5 दिन का निश्चित कालीन आंदोलन राजधानी में करेंगी। इस पर भी शासन की आंखें नहीं खुलती है तो समस्त बहने अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले जाएंगी। आज की इस बैठक में

प्रांतीय पदाधिकारियों में गजेंद्र झा, भुनेश्वरी तिवारी, सुधा रात्रे सहित प्रदेश भर से आई जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष और कार्यकर्ता सैकड़ों के तादात में उपस्थित थी।

Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

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