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एक सप्ताह के भीतर रसोईयों को मिल सकेगा बकाया वेतन? रसोईयों के आक्रोश के चलते लिखित में देना पड़ा आश्वासन

एक सप्ताह के भीतर रसोईयों को मिल सकेगा बकाया वेतन? रसोईयों के आक्रोश के चलते लिखित में देना पड़ा आश्वासन
महासमुन्द। रसोईया संघ के आक्रोश के सामने झुका जिला प्रशासन, लिखित में आश्वासन के बाद हुआ 3 घंटे का कलेक्र्ट्रट घेरा खत्म। पिछले 19 दिन से अपने वेतन की मांग को लेकर धरने पर बैठक रसोईयों ने आज 29 नवम्बर को एक दिवसीय भूख हड़ताल कर दोपहर 3 बजे रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट का घेरा कर दिया। कलेक्ट्रेट कार्यालय के प्रवेश द्वारा पर धरने पर बैठी रसोइया संघ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से दो टूक बात करते हुए कहा कि या तो आज पिछले 10 माह का वेतन हमारे खाते में डाला जाय नहीं तो धरना आंदोलन यही चलेगा। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने धरना प्रदर्शन कर रहे आंदोलन कारियों से जब आश्वासन देते हुए कहा कि एक सप्ताह में वेतन उनके खाते में डाल दिया जायेगा। इसके जवाब में रसोईया संघ के अपने बैंक पास बुक अधिकारियों को दिखाते हुए कहा कि सहाब इससे पहले भी आप लोगों ने आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक हमारे खाते में पैसा नहीं आया है। पिछले 19 दिन से आंदोलन पर रसोईया संघ बैठा है जिस ओर आप लोग झाकने तक नहीं पहुंचे। आज तो लाठी चार्ज करा लो हम अपने मेहनत का पैसा लिये बगर नहीं जायेगे। रसोईयों के आगे आज जिला प्रशासन के अधिकारियों की एक ना चली और शिक्षा विभाग के प्रभारी जिला अधिकारी हिमांशु भारतीय को लिखित में यह आश्वासन देना पड़ा की एक सप्ताह के भीतर पूरे 5 ब्लॉक के रसोईयों का वेतन उनके खाते में डाल दिया जायेगा। जिसे बाद ही रसोईया संघ का आंदोलन समाप्त हो सका है।

गौरतलब है कि महासमुन्द जिले के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बनाने वाले 3018 रसोईयां जिले के स्कूलों में मात्र 12 सौ रुपए मासिक वेतन में काम कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है। जिन्हें पिछले 10 माह को वेतन नहीं दिया गया, हालांकि कुछ रसोईयों के खाते में 4-5 माह का वेतन भुगतान ही बचा है लेकिन पूरे जिले में लगभग सभी ब्लॉक के रसोईयों का वेतन नहीं दिया गया। वेतन भुगतान की मांग को लेकर पिछले कई महिनों से रसोईयां संघ कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर के चक्कर काट रहे थे। लगातार आश्वासन के बाद भी जब रसोईयां संघ को उनके  मेहनताना नहीं मिल सका तो आक्रोशित रसोईयां संघ स्थानीय पटवारी कार्यालय के सामने मध्यान भोजन बंद कर 11 नवम्बर से हड़ताल में बैठी थी। पिछले 19 दिनों तक जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने इनका वेतन उनके खाते में डालने की कोई पहल नहीं की। शिक्षा विभाग के रवैय्ये से आक्रोशित रसोईयां संघ ने आज एक दिवसीय भूख हड़ताल कर कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया था। जो एक समाप्ताह के भीतर वेतन खाते में डालने के लिखित आश्वासन के बाद ही आंदोलन को समाप्त किया जा सका है। बहरहाल अब देखना यह है कि क्या शिक्षा विभाग जो कमियां और तकनीकि त्रुटि बता कर पिछले 10 माह का वेतन रसोईयों को नहीं दे पाये थे, अब वह क्यां एक सप्ताह के भीतर व्यवस्था दूरूस्त कर 1200 रुपए वेतन पाने वाले रसोईयों का पैसा उनके खाते में दे पाई गी?

Ravindra Vidani

सम्पादक रविन्द्र विदानी 7587293387, 9644806708

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