सत्याग्रह कर रहे किसान को जान से मारने की मिली धमकी, थाने में रिपोर्ट दर्ज
जान से मारने वाले पर नहीं हुई कार्रवाई तो होगा थाने का घेराव
महासमुंद/तुमगांव। हाईवे में स्थित खैरझिटी, कौंवाझर, मालिडीह के कृषि भूमि,वन भूमि,गरीबों का काबिल कास्त भूमि,आदिवासी भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह चल रहा है। आज अखंड सत्याग्रह के 158 वें दिन बरसात एवं खेती बाड़ी की व्यस्तता के पश्चात भी लगभग 45 किसान जवान एवं महिलाओं ने भाग लिया।आज सत्याग्रह का नेतृत्व किसान नेता नंदकिशोर यादव, नंदलाल सिन्हा, चैनुराम साहू, तारेंद्र यादव उप सरपंच, बिषरू सिन्हा, नंदलाल पटेल, दशरथ सिन्हा, नाथूराम सिन्हा, रमेश विश्वकर्मा ने किया। आज सत्याग्रह सभा को किसान नेता चैनुराम साहू, नंदकिशोर यादव, बिषरू सिन्हा, नंदलाल पटेल, तारेंद्र यादव, श्रीमती राधबाई सिन्हा, चन्द्रोतीन यादव, लता सिन्हा, जमुना यादव,श्यामाबाई ध्रुव, जागेश्वरी सिन्हा आदि ने संबोधित किया।
सत्याग्रह में उपस्थित सत्याग्रही किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता चैनुराम साहू ने कहा कि अखण्ड सत्याग्रह स्थल पर रात दिन विगत 5 माह से रहने वाले सत्याग्रही रमेश विश्वकर्मा के पास 30 जुलाई को रात 9 बजे के आसपास आकर करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के बिहारी हरियाणी कुछ गुंडों ने किसान मोर्चा के सक्रिय कार्यकर्ता सत्याग्रही चैनुराम साहू सहित किसान मोर्चा के नेताओं और सत्याग्रहियों को काटकर फेंक देने की धमकी दिया। इस पर चैनुराम साहू, तारेंद्र यादव, नंदलाल सिन्हा, नंदकिशोर यादव ने तुमगांव थाना में एफआईआर दर्ज कराया है। अपराधियों को शिघ्र ही गिरफ्तार नही किया गया तो किसान मोर्चा द्वारा तुमगांव थाना का घेराव किया जाएगा।सत्याग्रह प्रभारी क्षेत्र के किसान मोर्चा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के मालिक चारों तरफ से कानूनी घेरे में आने से तिलमिला गए हैं। इसलिए अपने बिहार, हरियाणा के गुंडों से हमारे सत्याग्रही कार्यकर्ताओं को काटकर फेंकने की धमकी देने लगा है। किसान मोर्चा के अनुशासित कार्यकर्ताओं को कमजोर न समझे।करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के मालिकों द्वारा असंवैधानिक ढंग से उद्योग के चार दीवारी के दीवार को कुछ ही घंटों में धवस्त कर सकते हैं तो उसके जितने भी असंवैधानिक निर्माण कार्य है उसे शासन को तोड़ने के लिए विवश किया जाएगा। शासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने पर शासन को लिखित सूचना देकर अवैध निर्माण कार्यों पर भी हस्तक्षेप किया जा सकता है।
श्रीमती राधबाई सिन्हा ने कहा कि एसडीएम महासमुंद द्वारा उद्योग के संबंध में भू-परिवर्तन हेतु इस्तिहर छपवा कर आपत्ति मंगवाये थे,उस पर लगभग 150 किसानों ने आपत्ति दर्ज कराए हैं।उसके निराकरण किये बिना कोई भी निर्माण कार्य नही होना चाहिए। सत्याग्रह सभा को तारेंद्र यादव, बिषरू सिन्हा,नंदलाल पटेल, चन्द्रोतीन यादव, लता सिन्हा, जमुना यादव,श्यामाबाई ध्रुव,जागेश्वरी सिन्हा आदि ने भी संबोधित किया।