नगर पालिका महासमूंद में भ्रष्टाचार व अनियमितता चरम पर _कृष्णा चन्द्राकार

महासमुंद। महासमुंद नगर पालिका के उपाध्यक्ष कृष्ण चंद्राकार ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि नगर पालिका में लगातार भ्रष्टाचार व अनियमितता अपने चरम सीमा पर पहुँच गई है। यहाँ के अधिकारी निरंकुश होकर बेलगाम हो गए हैंंजिस पर जिला प्रशासन का भी नियंत्रण नहीं है और पूरा तंत्र सरकार की छवि को धूमिल करने में आमादा है। जिसका ताजा उदाहरण 19 को देखने मे आया है। उक्त दिनांक को समय लगभग 10 बजे प्रातः पुलिस वेलफेयर पेट्रोल पंप में मुख्य नगरपालिका अधिकारी आशीष तिवारी के निजी वाहन क्रमांक CG10A E0386 जिसे पालिका के प्लेसमेंट कर्मचारी राजेश के द्वारा चलाया जाता है, उस वाहन में नपा. के ट्रेक्टर वाहन क्रमांक CG06E0978 के लिए शासकीय डीजल की पर्ची वाहन प्रभारी जारी किया गया। उक्त ट्रेक्टर वाहन के डीजल पर्ची में 20 ली डीजल मुख्य
नपा अधिकारी के निजी वाहन में डलवाया गया, जबकि जिस वाहन के लिए पर्ची था वह वाहन पुराने एस डी एम बंगला में खड़ी थी जिसका मेरे द्वारा वीडियो ग्राफी तथा पर्ची का फोटो लिया गया है जिसमे चालक के हस्ताक्षर भी है जिसमें लगातार निगरानी व जांच में अन्य विभागों के भी मामला उजागर हो सकता है।पालिका में नवीन कार्यकाल के प्रारंभ से ही डीजल पर भ्रस्टाचार का खेला हो रहा है जिसकी जांच किए जाने पर बड़ी अनिमियता का खुलासा हो सकता है।पालिका के वाहन प्रभारी बंजारी से उक्ताशय की जानकारी पूछने पर उनके द्वारा सी एम ओ के निर्देश पर डीजल डलवाना बताया गया है।इसी तरह पिटियाझर वार्ड 12 में गौठान निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है हवा अधेड़ आने पर निर्माण उखड़ जाता है उसे फिर बनाया जाता है इस तरह वहाँ लगभग 9 लाख रुपए व्यय भुगतान किया जा चुका है और आज पर्यन्त उदघाटन, लोकार्पण नही किया गया है। सफेद हाथी बनाकर रखा गया है। इसी तरह संजय कानन के पास निर्माणाधीन मंगलम भवन में बीचों बीच डिवाइडर निर्माण एवम पौधों के लिए घेरा निर्माण में ईंट का उपयोग किया जा रहा है जो कि प्रदेश में कहीं भी ऐसा निर्माण नही है और उक्त कार्य स्टीमेट के विपरीत है सीएमओ से स्टीमेट की मूल प्रति दिखाने के लिए कहा गया तो उनके द्वारा गोलमोल जवाब देते हुए स्टीमेट को रिवाइज करने के लिए भेजा जाना बताया फिर पालिका के सब इंजीनियर दिलीप कश्यप से स्टीमेट व फाइल दिखाने कहने पर उनके द्वारा फाइल गुम होने की जानकारी दिया गया जिससे प्रमाणित है कि भ्रष्टाचार को दबाने के लिए जानबूझकर फाइल गायब कर दिया गया है।पालिका के सीएमओ तिवारी के पदस्थापना से ही भ्रष्टाचार चरम पर है और उनके द्वारा लगातार ऐसे कृत्यों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है जिससे नागरिको के बीच छत्तीसगढ़ के ईमानदार सरकार की छवि धूमिल हो रही है ऐसा प्रतीत होता है कि सीएमओ व जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियो के द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत विपक्ष से सांठगांठ कर सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।इसलिए माननीय मुख्यमंत्री के जिला महासमुंद के प्रवास पर उनके समक्ष इसकी सम्पूर्ण जानकारी देकर उनके संज्ञान में लाया जाएगा।उक्त समस्त बातो को संज्ञान में लेकर जिम्मेदार अधिकारी अविलंब जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की अनुशंसा करे। जिससे सरकार की छवि जनमानस के समक्ष धूमिल होने से बचाई जा सकेl